पानी-बिजली के बिल के कारण रुक रही है पेंशन
जमशेदपुर : एमजीएम अस्पताल के कर्मचारियों को मिले क्वार्टर का सिर्फ हाउस रेंट काटा जाता है. जबकि पानी व बिजली का बिल अस्पताल से प्रति माह दिया जाना है, उसके बाद कर्मचारियों को बिल जमा करना है. कर्मचारियों को समय पर बिल नहीं दिये जाने से परेशानी हो रही है. जब कर्मचारी रिटायर्ड होते हैं […]
जमशेदपुर : एमजीएम अस्पताल के कर्मचारियों को मिले क्वार्टर का सिर्फ हाउस रेंट काटा जाता है. जबकि पानी व बिजली का बिल अस्पताल से प्रति माह दिया जाना है, उसके बाद कर्मचारियों को बिल जमा करना है. कर्मचारियों को समय पर बिल नहीं दिये जाने से परेशानी हो रही है. जब कर्मचारी रिटायर्ड होते हैं तो उनको लाखों रुपये का बिल थमा दिया जाता है.
कर्मचारी क्लीयरेंस के लिए जाते हैं तो पहले उन्हें बिजली का बिल जमा करने को कहा जाता है. बिजली का बिल जमा नहीं कर सकने से पेंशने सहित अन्य सुविधाएं नहीं मिलती हैं. इसको लेकर झारखंड राज्य चिकित्सा एवं कर्मचारी संघ के जॉनी मुखी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने अधीक्षक से मुलाकात की और समय पर बिजली बिल देने की मांग की. कहा कि हाउस रेंट के साथ बिजली बिल भी काटा जाये जिससे कर्मचारियों को ज्यादा बोझ न पड़े.
एमजीएम के 33 क्वार्टरों पर कब्जा, नहीं दे रहे बिजली-पानी का बिल
संघ के पदाधिकारियों ने अधीक्षक को बताया कि नर्स क्वार्टरों पर कब्जा होने की वजह से स्थायी नर्सों को परेशानी हो रही है. अधिकांश नर्सें बाहर में किराये के मकान में रह रही हैं. वहीं 33 क्वार्टरों पर कर्मचारियों ने अवैध कब्जा कर रखा है. वैसे कर्मचारी न तो हाउस रेंट, न ही बिजली- पानी का बिल देते हैं.
अस्पताल प्रबंधन के अनुसार, पूर्व में इन क्वार्टरों में अवैध ढंग से रह रहे कर्मचारियों को चिह्नित करने के लिए छह सदस्यीय टीम गठित की गयी थी. क्वार्टर खाली करने को लेकर नोटिस भी दिया गया, लेकिन अबतक कार्रवाई नहीं की जा सकी है. सिर्फ सदर अस्पताल में तैनात रवींद्रनाथ ठाकुर ने क्वार्टर खाली किया है.
इन्हें जारी किया गया था क्वार्टर खाली करने का नोटिस: विभाग द्वारा मौसमी सुराल, ओम प्रकाश चौधरी, गौरी महाली, विकास व सत्य प्रकाश, अनीता, शंभुशरण सुमन, नीलम कुमारी नायक, धनंजय सिंह सरदार, टी तिरुपति राव, मेचो बानरा, हुस्न आरा, शगुफ्ता परवीन, प्रभात कुमार गुप्ता, सुनील कुमार, काशीनाथ, रूपलाल महतो, उदय शंकर झा, जयदेव झा, अनुज कुमार, अनिल कुमार, सोनाराम सोरेन, शंभू ठाकुर, संतोष राम, बसंत पोद्दार, आई लक्ष्मी, शीला जायसवाल, विनोद कुमार, लक्ष्मीपति दास, राकेश कुमार, राजेश प्रसाद सिन्हा, जितेंद्र कुमार सहित अन्य को नोटिस जारी किया था.
बिजली बिल का क्लीयरेंस नहीं होने से पेंशन मिलने में हो रही परेशानी
एमजीएम अस्पताल में कार्यरत कई कर्मचारी जो सेवानिवृत्त हो गये हैं, उन लोगों को अभी तक पेंशन नहीं मिल पा रही है. कई ऐसे कर्मचारी हैं जिनकी मौत हो चुकी है लेकिन बिजली का बिल एक लाख से ज्यादा होने के कारण वे बिल नहीं जमा कर पा रहे हैं. क्लीयरेंस नहीं मिलने से उन्हें पेंशन नहीं मिल पा रही है.
इसको लेकर मृतक के परिजन अधीक्षक के पास गुहार लगा रहे हैं. एमजीएम में चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी मोहन मुखी, रूसी बोदरा की मौत तीन साल पूर्व हुई थी लेकिन आजतक उनके परिजन को पेंशन नहीं मिली. धनंजय सिंह सरदार के साथ भी यही स्थिति है. उनका निधन वर्ष 2017 में हुआ था.
बेहुला मुखी 2016 में रिटायर्ड हुई हैं, बिजली का बिल जमा नहीं होने के कारण उनको भी अबतक पेंशन नहीं मिल रही है. भूतनाथ महतो, संतोष राम सहित दर्जनभर कर्मचारी अपनी फाइल लेकर कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है.
कर्मचारियों को सेवानिवृत्त होने के साथ ही पेंशन मिलनी चाहिए. किस कारण पेंशन नहीं मिल रही है, इसकी जांच की जायेगी. बिजली का बिल समय पर क्यों नहीं दिया जा रहा है. इसकी भी जांच कर कार्रवाई की जायेगी.
डॉ संजय कुमार, अधीक्षक, एमजीएम