पांच कमेटी मेंबर सहित 25 सस्पेंड

वेज रिवीजन का विरोध करने पर सबसे बड़ी कार्रवाई, रघुनाथ पांडेय, शैलेश को नोटिस जमशेदपुर : टाटा स्टील और टाटा वर्कर्स यूनियन के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की गयी है. यूनियन में जाकर अपने हक की आवाज उठाने वाले एनएस ग्रेड के 20 कर्मचारियों को जांच होने तक निलंबित (सस्पेंड टिल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 17, 2014 6:42 AM

वेज रिवीजन का विरोध करने पर सबसे बड़ी कार्रवाई, रघुनाथ पांडेय, शैलेश को नोटिस

जमशेदपुर : टाटा स्टील और टाटा वर्कर्स यूनियन के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की गयी है. यूनियन में जाकर अपने हक की आवाज उठाने वाले एनएस ग्रेड के 20 कर्मचारियों को जांच होने तक निलंबित (सस्पेंड टिल पेंडिंग इनक्वायरी) कर दिया गया है.

वहीं, पांच कमेटी मेंबरों को भी इसी मामले में कर्मचारियों को भड़काने के आरोप में निलंबित (सस्पेंड टिल पेंडिंग इनक्वायरी) किया गया है. इसके अलावा वेज रिवीजन समझौता का यूनियन के कमेटी मीटिंग के दौरान विरोध करने वाले पूर्व अध्यक्ष रघुनाथ पांडेय, पूर्व डिप्टी प्रेसिडेंट शैलेश सिंह को चाजर्शीट दे दिया गया है. इसके लिए एक नोटिस मैनेजमेंट की ओर से दिया गया है, जिसमें रघुनाथ पांडेय और शैलेश सिंह को कहा गया है कि उन लोगों ने हाउस में वेज रिवीजन में आठ हजार रुपये तक का नुकसान होने की बात कही है, जिसको वे साबित करें.

अगर यह साबित नहीं हो पाता है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी. दूसरी ओर, जिनको सस्पेंड किया गया है, उनके खिलाफ वर्क्‍स स्टैंडिंग ऑर्डर 23 के तहत कार्रवाई की गयी है. सारे लोगों के खिलाफ जांच शुरू कर दी गयी है.

नहीं झुके एनएस कर्मचारी

टाटा स्टील प्रबंधन द्वारा कार्रवाई करने के बावजूद एनएस ग्रेड के कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर पूरी एकजुटता दिखायी. 13 अगस्त को हंगामा करने के दौरान उन्होंने उपाध्यक्ष शाहनवाज आलम समेत अन्य पदाधिकारियों से लिखित लिया था कि 16 अगस्त की शाम छह बजे अध्यक्ष के साथ वार्ता करायी जायेगी.

यही वजह है कि 16 अगस्त की सुबह से ही कार्रवाई शुरू की गयी, लेकिन इसके बावजूद एनएस ग्रेड के कर्मचारी वहां पहुंचे, अध्यक्ष से बातचीत की. अध्यक्ष ने साफ तौर पर कह दिया कि अभी डीए में किसी तरह की कोई बढ़ोतरी नहीं हो सकती है.

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