रोड़ा बना अंचल का एनओसी

जमशेदपुरः बागबेड़ा वृहत् ग्रामीण जलापूर्ति योजना दीर्घकालीन योजना में तब्दील हो गया है. जलापूर्ति योजना के लिए 130 करोड़ का डीपीआर तैयार हो चुका है. इस योजना के तहत घाघीडीह जेल के पीछे वाटर ट्रीटमेंट प्लांट एवं बागबेड़ा-कीताडीह के विभिन्न जगहों पर सात पानी टंकी का निर्माण किया जाना है. लेकिन जमशेदपुर अंचल कार्यालय से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:47 PM

जमशेदपुरः बागबेड़ा वृहत् ग्रामीण जलापूर्ति योजना दीर्घकालीन योजना में तब्दील हो गया है. जलापूर्ति योजना के लिए 130 करोड़ का डीपीआर तैयार हो चुका है.

इस योजना के तहत घाघीडीह जेल के पीछे वाटर ट्रीटमेंट प्लांट एवं बागबेड़ा-कीताडीह के विभिन्न जगहों पर सात पानी टंकी का निर्माण किया जाना है. लेकिन जमशेदपुर अंचल कार्यालय से एनओसी नहीं मिलने से यह मामला छह माह से अधर में लटका हुआ है. फलस्वरूप डीपीआर को स्वीकृति के लिए रांची नहीं भेजा जा सका है. जलापूर्ति योजना को लेकर पंचायत प्रतिनिधियों में रोष है. रविवार को बागबेड़ा सिदो-कान्हू मैदान स्थित लोहिया भवन में बागबेड़ा-कीताडीह क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों की एक बैठक पार्षद लक्ष्मी देवी की अध्यक्षता में हुई. बैठक में बागबेड़ा वृहत ग्रामीण जलापूर्ति योजना को धरातल पर उतारने के लिए 11 को सीओ कार्यालय के समक्ष भूख हड़ताल करने का निर्णय लिया गया. बैठक में मुखिया राजकुमार गोंड, मुखिया धनमुनी मार्डी, मुखिया बुधराम टोप्पो, मुखिया अनिमा मिंज, मुखिया जमुदा पूर्ति, उपमुखिया सपन साव, चंद्रकांत सिंह, सुनीता देवी, मंजू सिंह, रेणुका सिंह, गंगा देवी, ममता कुमारी, जमुदा हांसदा, साकरो सोरेन मौजूद थे.

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