टाटा को लीज दिया, बस्तियों को मालिकाना नहीं
जमशेदपुर: जमशेदपुर के रहने वाले अर्जुन मुंडा छह सालों तक झारखंड के मुख्यमंत्री रहे. इस दौरान उन्होंने टाटा का लीज नवीकरण किया, लेकिन लंबे समय से आंदोलन चलने के बावजूद 86 बस्तियों को मालिकाना हक नहीं दिया. यहां की जनता को अजरुन मुंडा-रघुवर दास को सबक सिखाना चाहिए और इस पर सवाल पूछना चाहिए. उक्त […]
जमशेदपुर: जमशेदपुर के रहने वाले अर्जुन मुंडा छह सालों तक झारखंड के मुख्यमंत्री रहे. इस दौरान उन्होंने टाटा का लीज नवीकरण किया, लेकिन लंबे समय से आंदोलन चलने के बावजूद 86 बस्तियों को मालिकाना हक नहीं दिया.
यहां की जनता को अजरुन मुंडा-रघुवर दास को सबक सिखाना चाहिए और इस पर सवाल पूछना चाहिए. उक्त बातें झाविमो के केंद्रीय अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सिदगोड़ा टाउन हॉल में झाविमो के कोल्हान प्रमंडल स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही. श्री मरांडी ने कहा कि झाविमो का भय, भूख एवं भ्रष्टाचारमुक्त बनाने का संकल्प है.
इसके लिए कोल्हान के कार्यकर्ताओं को पोलिंग बूथ स्तर पर पार्टी को मजबूत करने का आह्वान किया.श्री मरांडी ने कहा कि उनके 28 माह के कार्यकाल के बाद किस तरह का गंठबंधन हुआ और किस तरह की सरकार बनी यह किसी से छुपी नहीं है. राज्य की चिंता किसी भी दल को नहीं है. गंठबंधन बना कर किस तरह से प्रदेश की खनिज संपदा को लूटा जाये, सिर्फ एक ही मकसद है.
मरांडी ने कहा कि भाजपा, कांग्रेस, झामुमो और आजसू से राज्य का भला नहीं होगा. झाविमो छोड़ कर दूसरे दलों में जाने वालों पर श्री मरांडी ने कहा कि वे अपनी जमीन तलाशने गये हैं. श्री मरांडी ने कहा कि भाजपा को चिंता सता रही है कि किस तरह राज्य को फिर से लूटने की कोशिश की जाये. यह मंशा पूरी नहीं होने वाली है. उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में आतंक व भय का माहौल है. झारखंड बनने के समय एक-दो उग्रवादी संगठन थे, अब बढ़ कर कई दर्जन हो गये हैं. अब शिक्षकों से भी लेवी वसूला जा रहा है.सम्मेलन का संचालन जिला अध्यक्ष हाजी फिरोज खान ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन ग्रामीण जिला अध्यक्ष चौधरी उमेश सिंह ने किया. कई लोग दूसरे दलों को छोड़ झाविमो में शामिल हुए.