जमशेदपुर: टाटा स्टील में बोनस वार्ता शुरू हो गयी है. पहली बैठक में औपचारिकताएं पूरी की गयी. कंपनी के उपाध्यक्ष सुरेश दत्त त्रिपाठी और टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष पीएन सिंह, महामंत्री बीके डिंडा और डिप्टी प्रेसिडेंट संजीव चौधरी टुन्नू के साथ मीटिंग हुई.
यह मीटिंग कुछ देर तक चली. मीटिंग में तय हुआ कि बोनस के सभी मसलों पर बातचीत के बाद राशि तय की जायेगी. टाटा स्टील में बोनस को लेकर तीन साल का समझौता किया गया है. इसके तहत कंपनी के मुनाफा (टैक्स के भुगतान के बाद और देनदारियां के समाप्त होने के बाद) 2.95 फीसदी बोनस दिया गया है.
पिछली बार मैनेजमेंट ने बढ़ा दी थी राशि. पिछली बार कंपनी को ज्यादा मुनाफा नहीं हुआ था. मुनाफा के 2.95 फीसदी के फामरूला के तहत 148.90 करोड़ रुपये ही बोनस के मद में मिलने वाला था, लेकिन 31.60 करोड़ रुपये को अतिरिक्त तौर पर दिया गया था. इसको 180.50 करोड़ रुपये कर दिया गया था. इसके बाद किसी तरह बोनस की राशि 16.01 फीसदी तक पहुंच पायी थी.
पीएन सिंह अंतिम बार करेंगे बोनस का समझौता !
टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष पीएन सिंह के वर्तमान कार्यकाल में यह अंतिम बोनस समझौता होगा. दरअसल पीएन सिंह सितंबर तक ही कंपनी के कर्मचारी है. एक अक्तूबर से वे रिटायर होने वाले है. इससे पहले बोनस का समझौता कर लेने की तैयारी है. वहीं, इस कमेटी को अगले साल बोनस समझौता नहीं करना होगा, हर हाल में बोनस के बाद से चुनावी गतिविधियां तेज हो जायेगी क्योंकि मामला कोर्ट में लंबित है.