सिस्टम गड़बड़, भुगते जनता
जमशेदपुर: एकीकृत बिहार में (1992) ऑटो का किराया प्रति कि.मी. 1.90 रुपये था. इस दौरान प्रथम दो किमी. तक न्यूनतम चार्ज रुपया 3. 60 रुपये ( तीन यात्रियों के लिए ) तय किये गये थे. दर का निर्धारण राज्य परिवहन प्राधिकार व क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार द्वारा तय किया गया था. बिहार सरकार ने दो जून […]
जमशेदपुर: एकीकृत बिहार में (1992) ऑटो का किराया प्रति कि.मी. 1.90 रुपये था. इस दौरान प्रथम दो किमी. तक न्यूनतम चार्ज रुपया 3. 60 रुपये ( तीन यात्रियों के लिए ) तय किये गये थे. दर का निर्धारण राज्य परिवहन प्राधिकार व क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार द्वारा तय किया गया था.
बिहार सरकार ने दो जून 1993 को गजट का प्रकाशन किया गया था. गजट के अनुसार राज्य परिवहन प्राधिकार/ क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार को भाड़ा तय करने की जिम्मेवारी सौंपी गयी थी.
शहर में यूनियन ही तय करती रही है किराया
जमशेदपुर में शिक्षित बेरोजगार टेंपो चालक-संचालक संघ के द्वारा ही अब तक ऑटो का किराया तय किया जाता रहा है. पेट्रोल, डीजल की वृद्धि के उपरांत संघ की ओर से भाड़ा वृद्धि कर इसकी सूचना केवल जिला प्रशासन को सौंप दी जाती थी. राज्य बंटवारे के बाद उक्त नियम का पालन झारखंड सरकार द्वारा नहीं कराया गया. सिस्टम में गड़बड़ी के कारण इसका परिणाम आम जनता को उठाना पड़ रहा है. ऑटो चालक मनमाना किराया तय कर देते हैं. यात्री नये दर पर भाड़ा देने को विवश है.