यम देव के निमित्त रात्रि वेला में करें पूजन
– नरक चतुर्दशी, हनुमान जयंती आज- हनुमान चालीसा, सुंदरकांड का करें पाठवरीय संवाददाता, जमशेदपुर पांच दिवसीय दीपावली महापर्व का दूसरे दिन कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी को नरक चतुर्दशी, हनुमान जयंती एवं यम द्वितीया के रूप में मनाया जाता है. इसे छोटी दीपावली भी कहते हैं. इस वर्ष कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी बुधवार, 22 अक्तूबर को है. इसे […]
– नरक चतुर्दशी, हनुमान जयंती आज- हनुमान चालीसा, सुंदरकांड का करें पाठवरीय संवाददाता, जमशेदपुर पांच दिवसीय दीपावली महापर्व का दूसरे दिन कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी को नरक चतुर्दशी, हनुमान जयंती एवं यम द्वितीया के रूप में मनाया जाता है. इसे छोटी दीपावली भी कहते हैं. इस वर्ष कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी बुधवार, 22 अक्तूबर को है. इसे नरकासुर के वध की खुशी में भी मनाया जाता है. कुछ स्थानों पर इस दिन हनुमान जयंती भी मनायी जाती है. इसके लिए इस दिन निकट स्थित किसी हनुमान मंदिर में जाकर हनुमान जी का विधि-विधान के साथ पूजन करने, हनुमान चालीसा या सुंदर कांड का पाठ करने एवं गौ घृत अथवा चमेली के तेल में सिंदूर का चोला चढ़ाने से हर लंबित कार्य या न्यायिक मामले से छुटकारा मिलता है.इस दिन यम द्वितीया भी मनाया जाता है. इसके निमित्त रात्रि काल में दक्षिण दिशा की ओर मुंह कर हाथ में जल, तिल एवं कुश लेकर यमदेव के निमित्त जल छोड़ें. इसके पश्चात सफेद तिल को पितृ के निमित्त एवं काले तिल को देव के निमित्त चढ़ायें. इसके बाद चावल या तिल को रख कर यमराज के निमित्त दीपदान करने से अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता है. इसी दिन प्रदोष काल में 14 दीपकों को लेकर उन्हें अपने घर के पूजा स्थान सहित विभिन्न स्थानों पर रखें. इस प्रकार सभी स्थानों पर दीप दान करने से भी यम देव प्रसन्न होते हैं.