काटामाटी माइंस : ग्रामीणों ने कंपनी को दिया दस दिन का अल्टीमेटम

ग्रामीणों ने नोवामुंडी टिस्को महाप्रबंधक को पत्र सौंपा ,ओडिशा मुख्यमंत्री,क्योंझर जिलापाल,चम्पुआ उपजिलापाल तथा क्योंझर एसपी मामले से अवगत कराया दस दिनों के अंदर अगर कंपनी विस्तापितों को नौकरी और काटामाटी माइंस से कलिंगा नगर प्लांट के ट्रांसपोर्टिंग कार्य से बाहरी कोलकाता के ठेकेदार को नहीं बाहर करती है तो तीब्र आन्दोलन की बात कही गईट्रांसपोर्टिंग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 24, 2014 11:02 PM

ग्रामीणों ने नोवामुंडी टिस्को महाप्रबंधक को पत्र सौंपा ,ओडिशा मुख्यमंत्री,क्योंझर जिलापाल,चम्पुआ उपजिलापाल तथा क्योंझर एसपी मामले से अवगत कराया दस दिनों के अंदर अगर कंपनी विस्तापितों को नौकरी और काटामाटी माइंस से कलिंगा नगर प्लांट के ट्रांसपोर्टिंग कार्य से बाहरी कोलकाता के ठेकेदार को नहीं बाहर करती है तो तीब्र आन्दोलन की बात कही गईट्रांसपोर्टिंग कार्य पांच ग्राम पंचायत के मिलित ग्रामीणों की कमिटी को देने की मांग प्रतिनिधि, बड़बिल मुर्गाबेडा स्थित टाटा स्टील की काटामाटी माइंस से कलिंगा नगर स्टील प्लांट में लौह अयस्क की ट्रांसपोर्टिंग बाहरी ठेकेदार को देने के विरोध में शुरू हुआ आंदोलन फिलहाल ग्रामीणों ने रोक दिया है. ग्रामीणों ने कंपनी प्रबंधन को दस दिनों का समय दिया है. इसके बाद फिर से आंदोलन की रणनीति तैयार की जायेगी. पांच ग्राम पंचायत क्षेत्र के सैकड़ों ग्रामीणों ने नोवामुंडी टिस्को के महाप्रबंधक को पत्र लिखकर इस मामला सुलझाने की अपील की है. पत्र में मुर्गाबेडा तथा अन्य गांवों के विस्थापितों को शीघ्र नियुक्ति तथा काटामाटी माइंस से कलिंगा नगर प्लांट तक लौह अयस्क की ट्रांसपोर्टिंग कार्य पांच ग्राम पंचायत देवझर, बिरकेला, असिनकेला, कोंड्रा तथा चमकपुर पंचायत की ग्रामीणों द्वारा गठित कमेटी को देने की मांग की गयी है. चेतावनी दी गयी है कि अगर कंपनी दस दिन में ग्रामीणों के हित में निर्णय नहीं लेती तो ग्रामीण अंादोलन को बाध्य होंगे. सीएम नवीन पटनायक के अलावा क्योंझर जिलापाल, क्योंझर एसपी, चम्पुआ उपजिलापाल को भी इसकी जानकारी दी गयी है.

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