रात्रि 3:00 बजे तक हुई मां की पूजा(फोटो उमा-9)
संवाददाता, जमशेदपुरदीपावली पर पारडीह काली मंदिर में परंपरागत रूप से मां काली की पूजा की गयी. महंत विद्यानंद गिरि की देख-रेख में आयोजित पूजा समारोह शाम 9:00 बजे कलश यात्रा के जरिये नदी से पवित्र जल मंदिर लाये जाने के साथ आरंभ हुआ. मंगला पद्धति से हुई मां काली की पूजा अर्चना के तहत चंडी […]
संवाददाता, जमशेदपुरदीपावली पर पारडीह काली मंदिर में परंपरागत रूप से मां काली की पूजा की गयी. महंत विद्यानंद गिरि की देख-रेख में आयोजित पूजा समारोह शाम 9:00 बजे कलश यात्रा के जरिये नदी से पवित्र जल मंदिर लाये जाने के साथ आरंभ हुआ. मंगला पद्धति से हुई मां काली की पूजा अर्चना के तहत चंडी पाठ हुआ. अर्द्ध रात्रि में महानिशा पूजा हुई. महंत विद्यानंद महाराज ने बताया कि मां काली की पूजा अर्द्धरात्रि में ही होती है जिसमें परंपरानुसार बलि प्रदान की जाती है.मंदिर की पूजा में संत परंपरा के अनुसार गन्ना एवं कुम्हड़े की बलि दी गयी.पूजा देर रात 3:00 बजे तक चली. इसके पश्चात मां को खीर, खिचड़ी आदि विविध व्यंजनों का भोग लगाया गया एवं हवन किया गया.