मां काली की पूजा में देर रात तक जुटे रहे भक्त
(फोटो आयी होगी)जगह-जगह सजे भव्य पंडालमंदिरों में भी हुई मां की पूजाजमशेदपुर. कार्तिक अमावस्या (दीपावली) के अवसर पर बृहस्पतिवार की रात शहर में श्रद्धालुओं ने मां काली की पूजा-अर्चना की. इस अवसर पर विभिन्न देवी मंदिरों में परंपरागत रूप में पूजा-अर्चना हुई. वहीं शहर के विभिन्न भागों में भव्य पंडाल बना कर भी मां की […]
(फोटो आयी होगी)जगह-जगह सजे भव्य पंडालमंदिरों में भी हुई मां की पूजाजमशेदपुर. कार्तिक अमावस्या (दीपावली) के अवसर पर बृहस्पतिवार की रात शहर में श्रद्धालुओं ने मां काली की पूजा-अर्चना की. इस अवसर पर विभिन्न देवी मंदिरों में परंपरागत रूप में पूजा-अर्चना हुई. वहीं शहर के विभिन्न भागों में भव्य पंडाल बना कर भी मां की पूजा-आराधना की गयी. ज्ञात हो कि दीपावली की रात महानिशा में मां काली की विशेष पूजा-अर्चना की परंपरा है. शहर के विभिन्न भागों में स्थित देवी मंदिरों में कल इस अवसर पर विशेष रूप से तैयारियां की गयी थीं. बेल्डीह कालीबाड़ी, पारडीह काली मंदिर, चंडी बाबा मंदिर, साकची शीतला मंदिर, जमशेदपुर दुर्गाबाड़ी, टेल्को भुवनेश्वरी मंदिर, गोलपहाड़ी स्थित मंदिर, टिनप्लेट चौक काली मंदिर आदि सहित लगभग सभी काली मंदिरों में इस अवसर पर परंपरागत रूप से पूजा अर्चना की गयी.दूसरी तरफ शहर के विभिन्न भागों में भक्तों ने मां की पूजा-अर्चना के लिए भव्य पंडालों का निर्माण भी कराया. इन पंडालों में मां काली की विशाल प्रतिमाओं की स्थापना कर भक्त रात भर उनकी पूजा-अर्चना करते रहे. साकची, बिष्टुपुर, कदमा, सोनारी, मानगो, टेल्को, गोविंदपुर, बर्मामाइंस, सिदगोड़ा, बिरसानगर, जुगसलाई, बागबेड़ा, परसुडीह आदि लगभग सभी क्षेत्रों में बने पंडालों में मां के भक्तों की देर रात तक भीड़ लगी रही. विशेष रूप से मां की महानिशा पूजा के समय भक्तों ने मां को प्रसन्न करने के लिए अपनी-अपनी परंपरा के अनुसार मां की पूजा-अर्चना की.श्मशान काली की हुई विशेष पूजाशहर के श्मशानों में स्थित काली मंदिरों में इस अवसर पर विशेष रूप से पूजा आयोजित हुई. इन स्थानों पर कई तांत्रिकों ने भी अपनी परंपरा के अनुसार पूजा की.