जमशेदपुर: 12वीं के बाद बेहतर कैरियर के लिए शहर के बाहर जाकर अच्छे कॉलेजों में दाखिला लेने के सपने देख रहे शहर के छात्र-छात्रएं कबूतरबाजों की जाल में फंस रहे हैं. ये कबूतरबाज न सिर्फ विद्यार्थियों के कैरियर से खिलवाड़ कर रहे हैं बल्कि हर साल कम से कम एक करोड़ रुपये की कमाई भी कर रहे हैं.
यह कारोबार इतना व्यवस्थित ढंग से चल रहा है कि उनकी पहचान करना मुश्किल हो रहा है. 12वीं का रिजल्ट आने के बाद से कई कॉलेजों में दाखिला दिलवाने के नाम पर एक बार फिर विभिन्न कॉलेजों के फर्जी प्रतिनिधि शहर में पहुंच चुके हैं.
स्टूडेंट्स तक पहुंच कर उनकी मनपसंद कॉलेज में दाखिला दिलवाने का सब्जबाग दिखा रहे हैं. बाहर के अच्छे कॉलेजों में दाखिला दिलवाने के लिए आने वाले लोगों में करीब 70} दक्षिण भारत के कॉलेजों से आते हैं.
जो शहर के कुछ टय़ूशन सेंटर और स्कूल के शिक्षकों की मदद से वैसे विद्यार्थियों का मोबाइल नंबर पता कर लेते हैं जिन्होंने 12वीं की परीक्षा पास की है. नंबर मिलते ही वे उस नंबर पर तमाम तरह के लुभावने एसएमएस भेजते हैं. शहर में ही स्पॉट एडमिशन देने की भी बात कही जाती है, विद्यार्थी एसएमएस देखने के बाद कबूतरबाजों के चक्कर में फंस जाते हैं.