पश्चिम से किसी दल ने नहीं दिया मुसलिम को प्रत्याशी
उपमुख्य संवाददाता, जमशेदपुरजमशेदपुर पश्चिम विधानसभा सीट मुसलिम बहुल सीट मानी जाती है. इस सीट के बारे में हर किसी की राय है कि मुसलिम मतदाताओं का मत अहम भूमिका निभाता है. 2009 से 2014 के बीच दो विधान सभा चुनाव की बात करें, तो यहां से किसी भी राष्ट्रीय दल ने मुसलिम को प्रत्याशी नहीं […]
उपमुख्य संवाददाता, जमशेदपुरजमशेदपुर पश्चिम विधानसभा सीट मुसलिम बहुल सीट मानी जाती है. इस सीट के बारे में हर किसी की राय है कि मुसलिम मतदाताओं का मत अहम भूमिका निभाता है. 2009 से 2014 के बीच दो विधान सभा चुनाव की बात करें, तो यहां से किसी भी राष्ट्रीय दल ने मुसलिम को प्रत्याशी नहीं बनाया है. इसके पूर्व झामुमो और कांग्रेस अक्सर मुसलिम प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारते रहे थे. 2009 के चुनाव में कांग्रेस ने बन्ना दावं लगाया और जीत हासिल की. इसके पीछे पार्टी का तर्क था कि मुसलिम मत एक तरफा रहते ही हैं, लेकिन जब तक दूसरे मतों पर कब्जा करनेवाला प्रत्याशी नहीं मिलेगा, तब तक जीत हासिल करना मुश्किल है. कांग्रेस पार्टी का यह आधार सही साबित हुआ. 2009 में यह सीट भाजपा से वह छीनने में कामयाब रही. 2014 के विधानसभा चुनाव में अब तक जिन पार्टियों ने उम्मीदवारों की घोषणा की है, उनमें कोई भी मुसलिम उम्मीदवार नहीं है. भाजपा और आजसू पार्टी का गंठबंधन है, जबकि झामुमो ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है. 2014 का चुनावकांग्रेस : बन्ना गुप्ताभाजपा : सरयू रायझामुमो : उपेंद्र सिंहजभासपा : संजीव आचार्या