हेल्थ बुलेटिन- डॉ. विनिता सिंह

डॉ. विनिता सिंह गायनेकोलॉजिस्ट आस्टिओपरोसिस में कैल्शियम सप्लीमेंट लें देखा गया है कि महिलाओं में 50 की उम्र के आसपास मेनोपाज होना बंद हो जाता है. मेनोपाज होने के कारण एस्ट्रोजन की कमी नहीं होती. एक अवस्था के बाद जब मेनोपाज नहीं होता तो एस्ट्रोजन भी नहीं बन पाता. जिसके कारण कई तरह की बीमारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 5, 2014 11:02 PM

डॉ. विनिता सिंह गायनेकोलॉजिस्ट आस्टिओपरोसिस में कैल्शियम सप्लीमेंट लें देखा गया है कि महिलाओं में 50 की उम्र के आसपास मेनोपाज होना बंद हो जाता है. मेनोपाज होने के कारण एस्ट्रोजन की कमी नहीं होती. एक अवस्था के बाद जब मेनोपाज नहीं होता तो एस्ट्रोजन भी नहीं बन पाता. जिसके कारण कई तरह की बीमारी होने का खतरा रहता है. उन्हीं में से एक है आस्टिओपरोसिस. इसकी वजह से रात में नींद नहीं आना, गर्मी लगना, रात में काफी पसीना आना जैसे लक्षण दिखायी दे सकते हैं. इसका इलाज एचआरटी यानी हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी द्वारा किया जाता है. इससे बचाव के लिए 35 साल एज होने के बाद से महिलाओं को शरीर का ध्यान रखना चाहिए. उन्हें कैल्शियम सप्लीमेंट लेते रहना चाहिए. रेगुलर एक्सरसाइज करने के साथ-साथ खान-पान पर ध्यान देना चाहिए. बीमारी – आस्टिओपरोसिस लक्षण- नींद नहीं आना, गर्मी लगना, रात में काफी पसीना आना. उपाय- कैल्शियम सप्लीमेंट लेते रहें, रेगुलर एक्सरसाइज करें, डॉक्टर की सलाह लें.

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