पत्रकारिता में पारदर्शिता की बात नहीं होनी चाहिये (फोटो दुबेजी की है)
डीपीआरओ कार्यालय में प्रेस दिवस मनाया गयावरीय संवाददाता: जमशेदपुर:जिला प्रशासन की ओर से रविवार को सूचना एवं जन संपर्क कार्यालय परिसर मंे प्रेस दिवस मनाया गया. इस अवसर पर अतिथि के रूप में वरिष्ठ पत्रकार राधेश्याम अग्रवाल, रंजीत प्रसाद सिंह एवं मीडिया कोषांग की प्रभारी रंजना मिश्रा उपस्थित थीं. इस अवसर पर सार्वजनिक जीवन में […]
डीपीआरओ कार्यालय में प्रेस दिवस मनाया गयावरीय संवाददाता: जमशेदपुर:जिला प्रशासन की ओर से रविवार को सूचना एवं जन संपर्क कार्यालय परिसर मंे प्रेस दिवस मनाया गया. इस अवसर पर अतिथि के रूप में वरिष्ठ पत्रकार राधेश्याम अग्रवाल, रंजीत प्रसाद सिंह एवं मीडिया कोषांग की प्रभारी रंजना मिश्रा उपस्थित थीं. इस अवसर पर सार्वजनिक जीवन में पारदर्शिता एवं प्रेस की भूमिका विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया. राधेश्याम अग्रवाल ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि पत्रकारिता में ईमानदारी की जरूरत है. ईमानदारी से काम करने पर पत्रकारिता और पत्रकार दोनों का सम्मान होगा. उन्होंने कहा कि पत्रकारिता में पारदर्शिता की बात नहीं होनी चाहिए, क्योंकि हम जो छापते हैं वह खुला है और उसे कोई भी पढ़ सकता है. पारदर्शिता सार्वजनिक क्षेत्र में पूर्णत: लागू होनी चाहिये. रंजन मिश्रा ने कहा कि मीडिया लोक तंत्र का चौथा स्तंभ है. सरकार कुछ करती है, नहीं करती है तो उसे देखने की जिम्मेवारी मीडिया की है. गोष्ठी को रंजीत प्रसाद सिंह ने भी संबोधित किया. कार्यक्रम का संचालन करते हुए वरिष्ठ पत्रकार रतन जोशी ने कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ इसलिए माना जाता है क्योंकि जनता को उस पर विश्वास है. मीडिया के पीछे जनता खड़े रहती है. कार्यक्रम में काफी संख्या में प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार एवं छायाकार उपस्थित थे.