जो न बदले जीतने के बाद भी
मेरा पहला वोट नाम- तनुजा दास केबुल टाउन मैं पहली बार मताधिकार का प्रयोग करने जा रही हूं. चुनाव नजदीक है, इसलिए मैं काफी उत्साहित हूं. दूसरी तरफ यह सोचकर परेशान भी हूं कि अधिकतर राजनेता चुनाव जीतने के बाद किये हुए वादे भूल जाते हैं. ऐसे में मुझे किसी पर विश्वास नहीं हो रहा. […]
मेरा पहला वोट नाम- तनुजा दास केबुल टाउन मैं पहली बार मताधिकार का प्रयोग करने जा रही हूं. चुनाव नजदीक है, इसलिए मैं काफी उत्साहित हूं. दूसरी तरफ यह सोचकर परेशान भी हूं कि अधिकतर राजनेता चुनाव जीतने के बाद किये हुए वादे भूल जाते हैं. ऐसे में मुझे किसी पर विश्वास नहीं हो रहा. चुनाव के पहले वोटरों को लुभाने के लिए बड़े-बड़े वादे किये जाते हैं और जीत जाने के बाद कहीं दिखायी नहीं देते. इसलिए, मैं सभी वोटरों से कहना चाहती हूं कि वे अपने मताधिकार का प्रयोग काफी सोच-विचार कर करें. उस प्रत्याशी को वोट दें जो शहर की तरक्की करा सके. मैं चाहती हूं कि हमारी छोटी-छोटी जरूरतों को सरकार पूरा करे. सभी को सुरक्षा, बिजली, पानी, सड़क सुविधा मिले. उच्च शिक्षा के विकल्प खुलें. इन सभी बातों के आधार पर मैं वोट करूंगी.