शनि देव की पूजा अर्चना कर पायें शुभ फल

(फोटो शनि के नाम से सेव होगी)शनि अमावस्या व्रत आजजमशेदपुर : मार्गशीर्ष अमावस्या वैसे तो शुक्रवार, 21 नवंबर की शाम 6:40 बजे से ही आरंभ हो रही है जो शनिवार, 22 नवंबर की शाम 5:56 बजे तक रहेगी. अब चूंकि अमावस्या में सूर्योदय शनिवार को ही मिलेगा, इसलिए इसे शनि अमावस्या होगी. जिन जातकों की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 21, 2014 7:02 PM

(फोटो शनि के नाम से सेव होगी)शनि अमावस्या व्रत आजजमशेदपुर : मार्गशीर्ष अमावस्या वैसे तो शुक्रवार, 21 नवंबर की शाम 6:40 बजे से ही आरंभ हो रही है जो शनिवार, 22 नवंबर की शाम 5:56 बजे तक रहेगी. अब चूंकि अमावस्या में सूर्योदय शनिवार को ही मिलेगा, इसलिए इसे शनि अमावस्या होगी. जिन जातकों की कुंडली में शनि की महादशा, अंतर्दशा, आभ्यंतर दशा, साढ़ेसाती, ढ़ैया हो या जो भी शनि से प्रभावित हों, इस दिन उन्हें शनि मंदिर जाकर शनि देव की पूजा-आराधना अवश्य करनी चाहिए. जहां शनि मंदिर उपलब्ध न हो, वहां लोगों को बजरंगबली की पूजा करनी चाहिए. शनि के प्रभाव से पीडि़त जातकों को इस दिन शनि से संबंधित वस्तुओं का दान अवश्य करना चाहिए, इससे शुभ फल की प्राप्ति होती है.

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