मनरेगा कर्मी मानदेय के अभाव में भुखमरी की कगार पर
प्रतिनिधि, राजनगरप्रखंड क्षेत्र के मनरेगा कर्मियों को 10 माह से मानदेय नहीं मिलने पर भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. मनरेगा कर्मी मानदेय के अभाव में न अपना परिवार चलाने की स्थिति में है और न ही बच्चों को पढ़ाने में सक्षम हो पा रहा है. ये मनरेगा कर्मी न मर पा रहे हैं […]
प्रतिनिधि, राजनगरप्रखंड क्षेत्र के मनरेगा कर्मियों को 10 माह से मानदेय नहीं मिलने पर भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. मनरेगा कर्मी मानदेय के अभाव में न अपना परिवार चलाने की स्थिति में है और न ही बच्चों को पढ़ाने में सक्षम हो पा रहा है. ये मनरेगा कर्मी न मर पा रहे हैं और न ही जी पा रहे हैं. जल्द से जल्द मानदेय देने की मांग की गयी है. इतना ही नहीं मनरेगा कर्मी के साथ साथ मनरेगा के काम भी फंड के अभाव में बंद हो गये हैं. फंड की भी इतनी कमी हो गयी है कि मजदूरों को रोजगार भी नहीं दे पा रहे हैं. मजदूर काम नहीं मिलने से पलायन की स्थिति भी आ गयी है. विदित हो कि मजदूरों को पलायन से रोकने के लिए ही मनरेगा आया. अब फंड के अभाव में मजदूर काम की तलाश में दर-दर की ठोकरें खाने को विवश हैं.