…तिलक जंजू राखा प्रभ ता का, तीनों बडो कलू मैं साका मनमोहन 3,4

उपमुख्य संवाददाता, जमशेदपुर तिलक जंजू राखा प्रभ ता का, तीनों बडो कलू मैं साका… साकची गुरुद्वारा मैदान में शनिवार को बीर खालसा दल की ओर से तीन दिवसीय कीर्तन दरबार की शुरुआत हुई. इससे पूर्व अखंड पाठ की समाप्ति के बाद शोभायात्रा निकाली गयी, जो पंडाल में जाकर संपन्न हुई. उसके बाद भाई अजीत सिंह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 22, 2014 8:02 PM

उपमुख्य संवाददाता, जमशेदपुर तिलक जंजू राखा प्रभ ता का, तीनों बडो कलू मैं साका… साकची गुरुद्वारा मैदान में शनिवार को बीर खालसा दल की ओर से तीन दिवसीय कीर्तन दरबार की शुरुआत हुई. इससे पूर्व अखंड पाठ की समाप्ति के बाद शोभायात्रा निकाली गयी, जो पंडाल में जाकर संपन्न हुई. उसके बाद भाई अजीत सिंह ने गुरवाणी गायन कर शुरुआत की. ऊनावाले भाई ओंकार सिंह ने गुरवाणी गायन किया. ‘रे मन, राम सिऊ कर प्रीत, राम सिंऊ कर प्रीत. तेग बहादुर के चलत भयो जगत को सोग. पटियालावाले भाई अमरजीत सिंह ने … परमेश्वर दित्ता बन्ना, दुख रोग का डेरा भन्ना.., हर को नाम सदा सुखदाई एवं आनंद साहिब का गायन किया. इसके बाद ग्रंथी सुरेंद्र सिंह ने गुरुचरणों में अरदास की एवं सुबह के दीवान की समाप्ति हुई. फिर गुरु का अटूट लंगर वितरित किया गया. शाम के वक्त कीर्तन दरबार में भाई अमरीक सिंह, माता गुजरी जत्था सिंह साहिब ज्ञानी जसविंतर सिंह (ग्रंथी अमृतसर दरबार साहिब) एवं भाई अमरजीत सिंह तान ने संगत को गुरवाणी कथा एवं कीर्तन द्वारा निहाल किया. इस कार्यक्रम को सफल बनाने में जोगिंदर सिंह दीप, रविंदरसिंह भाटिया, चरणजीत सिंह, श्याम सिंह भाटिया, सरबजीत सिंह, सुखदेव सिंह, हरबीर सिंह भाटिया ने अहम भूमिका निभायी. मंच का संचालन सरदार परमजीत सिंह काले ने किया. कार्यक्रम में साकची गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान सरदार कुलबीर सिंह समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे.

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