बागुनहातु : आदिवासी हो समाज ने मनाया नव वर्ष उत्सव

संवाददाता,जमशेदपुर रविवार को बागुनहातु में आदिवासी हो समाज ने कोल गुरु लाको बोदरा के पंचांग के अनुसार जोमषुईम(नव वर्ष) मनाया. समाज के पुजारी ने लोगों की खुशी और समृद्धि के लिए पारंपरिक तरीके से पूजा अर्चना की. नव वर्ष कार्यक्रम में सीतारामडेरा, बिरसानगर, बारीडीह, टुइलाडुंगरी समेत शहर के अन्य इलाकों से सैकड़ों लोग शामिल हुए. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 23, 2014 8:02 PM

संवाददाता,जमशेदपुर रविवार को बागुनहातु में आदिवासी हो समाज ने कोल गुरु लाको बोदरा के पंचांग के अनुसार जोमषुईम(नव वर्ष) मनाया. समाज के पुजारी ने लोगों की खुशी और समृद्धि के लिए पारंपरिक तरीके से पूजा अर्चना की. नव वर्ष कार्यक्रम में सीतारामडेरा, बिरसानगर, बारीडीह, टुइलाडुंगरी समेत शहर के अन्य इलाकों से सैकड़ों लोग शामिल हुए. इस दौरान लोगों ने हो भाषा को भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल कराने का संकल्प लिया. नये साल के आगमन पर हो समाज के लोगों ने मांदर व नगाडे़ की थाप पर नृत्य किया. एक -दूसरे को नव वर्ष की बधाई दी. समाज के लोगों ने पारंपरिक व्यंजन लेटो-मांडी का लुत्फ उठाया. ये थे मौजूद : रवि सांवैया, पोलू गागराई, सावन बारी, राजा तुबिद, राधारानी पाडे़या, मनोज मेलगांडी, उपेंद्र बानरा, साधु चरण व अन्य.

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