जमशेदपुर में एक ही परिवार के 2 लोग एच3एन2 संक्रमित, जापानी बुखार और स्वाइन फ्लू के संदिग्ध TMH में भर्ती
पूर्वी सिंहभूम जिले में एच3एन2 वायरस के मरीजों की संख्या बढ़ रही है. इसको लेकर सभी लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है. इसके लिए सरकार की ओर से बनायी गयी गाइडलाइन का पालन करना है. वहीं, जापानी बुखार और स्वाइन फ्लू के दो-दो संदिग्ध को टीएमएच में भर्ती कराया गया है.
Jharkhand News: पूर्वी सिंहभूम जिले में सोमवार को एक साथ मिले तीन एच3एन2 के मरीजों में दो मरीज एक ही परिवार हैं. परिवार छोटा गोविंदपुर इलाके का रहने वाला है. दोनों मरीज आपस में भाई-बहन है. भाई की उम्र 15 वर्ष और बहन की उम्र सात वर्ष की बतायी जा रही है. दोनों का इलाज टाटा मोटर्स अस्पताल में चल रहा है. दोनों की कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है. वहीं तीसरा मरीज टेल्को का रहने वाला है. उसकी उम्र 86 साल बतायी जा रही है. इन मरीजों को सर्दी, खांसी, बुखार, बदन दर्द, गले में परेशानी होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जिला सर्विलेंस विभाग के द्वारा करायी गयी जांच में इसकी पुष्टि हुई. अब तक जिले में पूरे जिले में एच3एन2 का 42 संदिग्ध मरीजों की जांच में चार मरीजों में एच3एन2 की पुष्टि हुई. डॉक्टरों के अनुसार इन सभी लोगों की स्थिति सामान्य है.
जिले में एच3एन2 वायरस के मरीजों की संख्या बढ़ रही
सिविल सर्जन डॉ जुझार मांझी ने कहा कि जिले में एच3एन2 वायरस के मरीजों की संख्या बढ़ रही है. इसको लेकर सभी लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है. इसके लिए सरकार की ओर से बनायी गयी गाइडलाइन का पालन करना है. उन्होंने कहा कि शहर के सभी सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों को अलर्ट किया गया है. अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड खोलने के लिए कहा गया है. इसके साथ ही मरीज का इलाज करने वाले डॉक्टर व कर्मचारियों को इस बीमारी से संबंधित ट्रेनिंग देने के लिए कहा गया है. इससे वह लोग अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मरीजों का इलाज कर सकेंगे.
जापानी बुखार और स्वाइन फ्लू के दो-दो संदिग्ध टीएमएच में भर्ती
इधर, जमशेदपुर के बारीडीह, गोलमुरी और मानगो में एच3एन2 के तीन संदिग्ध मरीज मिलने के बाद कदमा और सोनारी में जापानी बुखार के दो संदिग्ध केस सामने आये हैं. वहीं, बारीडीह और गोलमुरी में दो लोगों में स्वाइन फ्लू के लक्षण पाये गये हैं. चारों का इलाज टीएमएच में चल रहा है. सभी को सर्दी, खांसी, सांस लेने में दिक्कत, गर्दन में दर्द की शिकायत है. उनके रक्त का नमूना सर्विलेंस विभाग ने एमजीएम मेडिकल कॉलेज भेजा है. सिविल सर्जन डॉ जुझार मांझी ने बताया कि संक्रमण को देखते हुए अस्पतालों को आइसोलेशन वार्ड खोलकर दवाओं का स्टाॅक रखने को कहा गया है. संक्रमितों की तेजी से जांच व पहचान करने को कहा गया है. बाहर से आने वालों पर विशेष ध्यान रखा जा रहा.