टिफिन वाली खबर का जोड़ (असंपादित)
हर दिन चेंज रहता है मेन्यूइस व्यवसाय से जुड़ी लक्की सैनी का कहना है कि कस्टम को अच्छा खाना खिलाने के लिए उन्हे हर दिन मेन्यू बदल बदल कर खिलाया जाता है. ऐसे में खाने वालों को अच्छा खाना तो मिलता ही है साथ ही उन लोगों का टेस्ट भी बना रहता है. लक्की सैनी […]
हर दिन चेंज रहता है मेन्यूइस व्यवसाय से जुड़ी लक्की सैनी का कहना है कि कस्टम को अच्छा खाना खिलाने के लिए उन्हे हर दिन मेन्यू बदल बदल कर खिलाया जाता है. ऐसे में खाने वालों को अच्छा खाना तो मिलता ही है साथ ही उन लोगों का टेस्ट भी बना रहता है. लक्की सैनी का कहना है कि वो अपने कस्टमर्स को अच्छा खाना खिलाने के लिए खुद ही कुकिंग करती हैं. केस स्टडी 2 से 60 लोगों को खिला रही खानासोनारी में रहने वाली लक्की सैनी पिछले 5 सालों से टिफिन का कारोबार कर रही है. इस काम को अंजाम देने में सिर्फ यही नहीं बल्कि इनसे साथ 5 और सदस्य है जो इस काम को कर स्वावलंबन की ओर कदम बढ़ा रहे हैं. इस कारोबार में लक्की सैनी इसलिए आयी क्योंकि इनके खुद के बच्चे जब शहर से बाहर पढ़ाई करने के लिए गए तो उन्हे बाहर घर का खाना नहीं मिल पाता था. ऐसे में इन्होने शहर के स्टुडेंट्स व वर्किंग लोगों को टिफिन देने की सोची. वहीं बच्चों के घर से जाने के बाद अकेला महसूस करती थी. इस काम से जुड़ जाने के बाद लक्की सैनी व्यस्त हो गयी और दूसरी ओर अच्छा खासा मुनाफा भी होने लगा. जब इस बिजनेस में लक्की सैनी ने कदम रखा था तो उस समय 2 लोगों से ही शुरुआत की थी वहीं आज के ये 55 लोगों से भी ज्यादा लोगों को खाना खिलाती हैं. सिर्फ यही नहीं सोसायटी, किटि पार्टियों में अपने खाने को भेजती भी हैं.