जमशेदपुर: स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगाये जा रहे मेडिकल कैंप और सफाई अभियान डायरिया रोकथाम में विफल साबित हो रहा है. बीते दो दिनों में हरहरगुट्टु से पांच लोगों को डायरिया के कारण अस्पताल में भरती कराया गया. वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी डायरिया पर काबू करने का दावा कर रहे हैं.
हर दिन दो-तीन डायरिया मरीजों को इलाज के लिए सदर व एमजीएम अस्पताल में भरती किया जा रहा है. गुरुवार को बागबेड़ा स्थित कांचा से एक ही परिवार के दो बहनों को सदर अस्पताल में भरती किया गया है. दोनों की स्थिति गंभीर बतायी जा रही है. कंचा की रहने वाली दुर्गा माई (2) और मनीषा (8) शामिल हैं. इसके साथ ही जटा झोपड़ी निवासी बुधनी देवी (70) को भरती किया गया है. तीनों डायरिया बीमारी से ग्रसित है. शुक्रवार को दो लोगों को सदर अस्पताल में भरती किया गया है. जिसमें रानीडीह निवासी सोनाली (23) व खासमहल निवासी डुबो किस्कू (50) शामिल है. ये लोग भी डायरिया से ग्रसित हैं. साथ ही बागबेड़ा, कीताडीह, परसुडीह, खासमहल सहित अन्य जगहों पर भी डायरिया बीमारी तेजी से फैल रही है.
सदर अस्पताल : विशेषज्ञ चुनाव ड्यूटी पर, पांच तक लौट पायेंगे
सदर अस्पताल में प्रतिनियुक्त सभी विभाग के विशेषज्ञ डॉक्टरों को चुनाव ड्यूटी पर लगा दिया गया है. इसके बाद अस्पताल में सिर्फ एमबीबीएस डॉक्टर बचे हैं. अस्पताल में आने वाले मरीजों की जांच व ऑपरेशन यही कर रहे हैं. इस संबंध में सिविल सजर्न डॉक्टर विभा शरण ने कहा कि प्रधान सचिव के निर्देश पर ऐसा किया गया है. इन सभी को पांच दिसंबर तक चुनाव ड्यूटी पर लगाया गया है. उसके बाद वे सदर अस्पताल में ड्यूटी करेंगे.
परसुडीह में छिड़काव
फाइलेरिया विभाग की ओर से शुक्रवार को परसुडीह इलाका में फॉगिंग किया गया. इस दौरान लोगों को जागरूक किया गया और उनके घरों में रखा गमला सहित अन्य चीजों की जांच की गयी.