विश्व एड्स दिवस पर एमजीएम अस्पताल में कार्यक्रम आयोजित फोटो मनमोहन

‘बीच में दवा छोड़ना है खतरनाक’लाइफ रिपोर्टर @ जमशेदपुर एड्स के मरीजों के लिए बीच में दवा छोड़ना खतरनाक हो जाता है. इससे उसकी मौत तक हो जाती है. इसलिए रोगी को हमेशा दवा खाने की जरूरत है. यह बातें डॉ निर्मल कुमार ने कहीं. वे सोमवार को विश्व एड्स दिवस के अवसर पर एमजीएम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 1, 2014 9:02 PM

‘बीच में दवा छोड़ना है खतरनाक’लाइफ रिपोर्टर @ जमशेदपुर एड्स के मरीजों के लिए बीच में दवा छोड़ना खतरनाक हो जाता है. इससे उसकी मौत तक हो जाती है. इसलिए रोगी को हमेशा दवा खाने की जरूरत है. यह बातें डॉ निर्मल कुमार ने कहीं. वे सोमवार को विश्व एड्स दिवस के अवसर पर एमजीएम अस्पताल के मेडिकल प्रेक्षागृह में आयोजित एड्स जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. खून लेते समय रहें सावधान कार्यक्रम के दौरान एआरटी सेंटर में डॉ भूरी ने नर्स व अन्य स्टाफ को एड्स के मरीजों के इलाज के दौरान बरतने वाली सावधानी के बारे में बताया. उन्होंने बताया कि किसी भी एड्स के मरीज का रक्त लेने के दौरान हाथ में दस्ताना होना जरूरी है. रक्त लेने वाली सूई के ऊपर कैंप लगाने के दौरान हमेशा इस बात का ध्यान रहे कि सूई दूसरी जगह लग नहीं जाये. अगर खून कहीं लग ही जाता है तो उसे रगड़े नहीं बल्कि पानी की धार से धुलाई करें. तब तक धुलाई करते रहे जब तक वह अच्छी तरह से धुल नहीं जाता. उपलब्ध है दवाडॉ भूरी ने कहा कि एआरटी सेंटर में दवा उपलब्ध है. मरीज तुरंत बाद दवा ले लें. अस्पताल के गायनिक वार्ड सहित अन्य जगहों पर भी एड्स की दवा रहती है. मौके पर सिविल सर्जन डॉ विभा शरण, एमजीएम उपाधीक्षक डॉ ए के सिंह, आइएमए सचिव डॉ मृत्युंजय सिंह सहित एएनएम, जूनियर डॉक्टर सहित अन्य उपस्थित थे.

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