शहर में 1500 करोड़ का कारोबार प्रभावित
जमशेदपुर : एक नवंबर, 2012 से लंबित वेतन समझौता लागू करने की मांग पर पूर्वी जोन की एक दिवसीय बैंक हड़ताल के दौरान जमशेदपुर में 1500 करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ. यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के बैनर तले गुरुवार को बैंकों में आहूत हड़ताल के कारण शहर के 27 राष्ट्रीयकृत बैंकों की करीब […]
जमशेदपुर : एक नवंबर, 2012 से लंबित वेतन समझौता लागू करने की मांग पर पूर्वी जोन की एक दिवसीय बैंक हड़ताल के दौरान जमशेदपुर में 1500 करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ. यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के बैनर तले गुरुवार को बैंकों में आहूत हड़ताल के कारण शहर के 27 राष्ट्रीयकृत बैंकों की करीब 300 से अधिक शाखाएं बंद रहीं. बैंकिंग सेक्टर में यह पहला मौका है,
जब वेतन की मांग पर जोन वाइज रिले स्ट्राइक की जा रही है. फोरम के आह्वान पर तीसरी बार हड़ताल की गयी. इसे लेकर अबतक चार दिन बैंक बंद हो चुके हैं. गुरुवार को पूर्वी जोन के झारखंड, बिहार, बंगाल में बैंकों की सभी शाखाएं बंद रहीं. फोरम के संयोजक कॉमरेड सुभाशीष भट्टाचार्या ने कहा कि उनकी मांगों को अनदेखा किया जा रहा है. केंद्रीय नेतृत्व यदि तय करे, तो वे अनिश्चितकालीन बंद के समर्थन में जाने को तैयार हैं. यूएफबीयू के संयोजक कॉ.
सुभाशीष भट्टाचार्या ने कहा कि 1992 तक बैंकों में हर चार वर्ष पर वेतन समझौता होता था. उसके पश्चात हर पांच वर्ष में किया गया. कॉमरेड हीरा अरकने ने कहा कि सरकार बैंक कर्मियों की समस्याएं सुनने को तैयार नहीं है. शाखाओं के सामने यूनियन पदाधिकारी गुरुवार की सुबह से ही झंडा-बैनर लेकर मौजूद रहे. एसबीआइ व बैंक ऑफ इंडिया की एटीएम खुली थी, जिसे यूनियन नेताओं ने बंद करा दिया.