वेबसाइट से लॉटरी का मामला पहुंचा कोर्ट

जमशेदपुर: शहर के निजी स्कूलों में नर्सरी में एडमिशन के लिए लॉटरी का मामला एक बार फिर विवादों में है. निजी स्कूल प्रबंधन की ओर से इस बार सरस के बजाय अपने स्तर पर तैयार किये गये वेबसाइट से लॉटरी करने की घोषणा की गयी है. इस घोषणा के खिलाफ जमशेदपुर अभिभावक संघ न्यायालय की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 6, 2014 8:04 AM

जमशेदपुर: शहर के निजी स्कूलों में नर्सरी में एडमिशन के लिए लॉटरी का मामला एक बार फिर विवादों में है. निजी स्कूल प्रबंधन की ओर से इस बार सरस के बजाय अपने स्तर पर तैयार किये गये वेबसाइट से लॉटरी करने की घोषणा की गयी है. इस घोषणा के खिलाफ जमशेदपुर अभिभावक संघ न्यायालय की शरण में चला गया है. संघ ने डिस्ट्रिक्ट लीगल सर्विस अथॉरिटी से पूरे मामले की शिकायत की है.

शिकायतवाद में कहा गया है कि पूर्व में जिला प्रशासन की ओर से सरस सॉफ्टवेयर से लॉटरी करने पर रोक लगायी थी. रोक के बावजूद पिछले साल उसी सॉफ्टवेयर से लॉटरी हुआ, लेकिन इस बार निजी स्कूल जिला प्रशासन का आदेश मानने की बात कह रहे हैं और सरस के स्थान पर अपने स्तर से डेवलप किये गये सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करने की योजना बना रहे हैं. उक्त सॉफ्टवेयर की विश्वसनीयता की जांच के लिए जिला प्रशासन के पास कोई मैकेनिज्म नहीं है. उक्त सॉफ्टवेयर को बगैर जिला प्रशासन से अप्रूव किये ही लागू करने की योजना है, जो गलत है. हालांकि इस मामले में फिलहाल कोई फैसला नहीं लिया गया है.

‘ जिला प्रशासन के आदेश को मान कर ही सरस का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है. अब फिर से विवाद खड़ा करने का प्रयास किया जा रह है. कोर्ट के आदेश के अनुसार जिला प्रशासन को एडमिशन मामले में हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं है.

एपीआर नायर, महासचिव, जमशेदपुर अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन

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