परम पुरुष का एक नाम है गोपाल : आचार्य चंद्रदेव जी (फोटो आनंदमार्ग के नाम से सेव है)
– गदरा आश्रम में बाबा नाम केवलण कीर्तन आयोजित- नारायण भोज में 500 लोगों ने ग्रहण किया प्रसादजमशेदपुर. आनंदमार्ग प्रचारक संघ की ओर से गदरा आश्रम में छह घंटे का ‘बाबा नाम केवलम्’ अखंड कीर्तन आयोजित किया गया. प्रात: 9:00 बजे से आरंभ कीर्तन संध्या 3:00 बजे तक चला. इस दौरान अपराह्न 1:00 बजे टेल्को […]
– गदरा आश्रम में बाबा नाम केवलण कीर्तन आयोजित- नारायण भोज में 500 लोगों ने ग्रहण किया प्रसादजमशेदपुर. आनंदमार्ग प्रचारक संघ की ओर से गदरा आश्रम में छह घंटे का ‘बाबा नाम केवलम्’ अखंड कीर्तन आयोजित किया गया. प्रात: 9:00 बजे से आरंभ कीर्तन संध्या 3:00 बजे तक चला. इस दौरान अपराह्न 1:00 बजे टेल्को इकाई की ओर से नारायण भोजन का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 500 लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया. आचार्य चंद्रदेव जी ने कहा कि परम पुरुष का एक नाम है गोपाल, अर्थात् गो यानि इंद्रियों का पालन करने वाला. शरीर में सारे अंग रहें, लेकिन उनका पालन करने वाला नहीं है तो उसका कुछ भी महत्व नहीं रह जाता. उन्होंने कहा कि मानसिक तरंग पर आत्मा का प्रतिफलन होने के कारण ही मन की क्रिया सिद्ध होती है. आत्मा मन का प्रति संवेदी है. ठीक उसी प्रकार परम पुरुष परमात्मा के नहीं रहने से आत्मा का अस्तित्व भी ‘नस्यात्’ हो जाता है. इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से धर्मेंद्र जी, लालबिहारी आनंद, मानस भट्टाचार्जी, अरविंद लाल, मोहन प्रताप, अरुण जी, योगेश जी, रामबली जी, सीताराम जी, गंगाधर जी, तन्मय जी, कार्तिक महतो, डॉ आशु, रघुनाथ जी, सुनील आनंद आदि अनेक लोग उपस्थित थे.