अधिकार और बेहतर भविष्य के लिए होगा मंथन
जमशेदपुर: संवैधानिक अधिकार पाने और उज्जवल भविष्य की कामना उद्देश्य से सूबे से पांच और छह जुलाई को 700 आदिवासी छात्र जमशेदपुर में जुटेंगे. यहां बिष्टुपुर स्थित मिलानी हॉल में दो दिवसीय आदिवासी सम्मेलन में दिल्ली से मुख्य वक्ता जेएनयू के गणोश माझी मौजूद रहेंगे. वे छात्रों को मोटिवेट करेंगे. जबकि दूसरे दिन छह जुलाई […]
जमशेदपुर: संवैधानिक अधिकार पाने और उज्जवल भविष्य की कामना उद्देश्य से सूबे से पांच और छह जुलाई को 700 आदिवासी छात्र जमशेदपुर में जुटेंगे. यहां बिष्टुपुर स्थित मिलानी हॉल में दो दिवसीय आदिवासी सम्मेलन में दिल्ली से मुख्य वक्ता जेएनयू के गणोश माझी मौजूद रहेंगे.
वे छात्रों को मोटिवेट करेंगे. जबकि दूसरे दिन छह जुलाई को दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के पूर्व विभागाध्यक्ष व राष्ट्रीय सलाहकार परिषद (नयी दिल्ली) के सदस्य प्रो. वर्जीनियस शाखा एवं जेएनयू के पूर्व शैक्षणिक अनुसंधान इकाई के डॉ जोसेफ बारा मौजूद रहेंगे. दुर्गाचरण हेंब्रम, इंदर हेंब्रम भी अपने विचार रखेंगे. गुरूवार शाम को सम्मेलन के मद्देनजर सभी तैयारी पूरी की गयी. मौके पर आदिवासी छात्र एकता के मुख्य संरक्षक जसाई मार्डी ने बताया कि बिहार में जेपी मूवमेंट की तरह झारखंड में स्टूडेंट मुवमेंट शुरू किया जायेगा.
उन्होंने बताया कि अदिवासी छात्र एकता में परिसीमन के मुद्दे पर वर्ष 2007 में दिल्ली स्थित जंतर-मंतर में धरना प्रदर्शन किया था, इसका यह परिणाम निकला कि सरकार ने परिसीमन में सीट नहीं घटाया. सरकार को उक्त कदम उठाने के लिए आदिवासी छात्र एकता ने पांचवी अनुसूची क्षेत्र का हवाला दिया था.