जेल गेट पर तैनात पुलिसकर्मी की भूमिका संदिग्ध
जमशेदपुर. चाईबासा जेल से 15 कैदियों के फरार मामले में हुई अब तक की जांच में जेल के मुख्य गेट पर तैनात पुलिसकर्मी की भूमिका संदेह के घेरे में बतायी जा रही है. पुलिस सूत्रों ने गेट ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी की मिलीभगत से इनकार नहीं किया है. पुलिस के अनुसार 55 कैदियों को पेशी […]
जमशेदपुर. चाईबासा जेल से 15 कैदियों के फरार मामले में हुई अब तक की जांच में जेल के मुख्य गेट पर तैनात पुलिसकर्मी की भूमिका संदेह के घेरे में बतायी जा रही है. पुलिस सूत्रों ने गेट ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी की मिलीभगत से इनकार नहीं किया है. पुलिस के अनुसार 55 कैदियों को पेशी करा लौटने के बाद बिना मुख्य गेट बंद किये अंदर का गेट खोल दिया गया, जबकि नियमानुसार मेन गेट लॉक होने का सिग्नल देने के बाद वैन से कैदियों को उतार कर अंदर भेजा जाता है. पुलिस के अनुसार पहले जत्थे मंे कैदियों के वैन से उतर कर अंदर जाने के बाद भागने वाले कैदी जानबूझ कर वैन मंे थोड़ी देर किये और ग्रुप बना कर पुलिसकर्मियों से उलझ पड़े और धक्का-मुक्की, उठा-पटक होने लगी. कैदियों से उलझे रहने के कारण वैन के पास मौजूद पुलिसकर्मी कुछ कर नहीं पाये. इस दौरान ऊपर मौजूद संतरी ने स्थिति देख कर गोली चलायी जिससे दो कैदी मारे गये. तब तक 15 कैदी मौका देख कर भाग चुके थे.