ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस की ओर से कार्यशाला आयोजित
दूबे जी फोटो लाइफ रिपोर्टर @ जमशेदपुर अंगरेजी आसान भाषा है, लेकिन इसमें अक्सर व्याकरण और उच्चारण संबंधी गलतियां सामने आती हैं. अगर अंगरेजी का उच्चारण गलत हो जाये तो अर्थ का अनर्थ हो जाता है. यह बातें प्रकृति श्रीवास्तव ने कहीं. वे ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस की ओर से आयोजित एक कार्यशाला में रिसोर्स पर्सन […]
दूबे जी फोटो लाइफ रिपोर्टर @ जमशेदपुर अंगरेजी आसान भाषा है, लेकिन इसमें अक्सर व्याकरण और उच्चारण संबंधी गलतियां सामने आती हैं. अगर अंगरेजी का उच्चारण गलत हो जाये तो अर्थ का अनर्थ हो जाता है. यह बातें प्रकृति श्रीवास्तव ने कहीं. वे ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस की ओर से आयोजित एक कार्यशाला में रिसोर्स पर्सन के रूप में बोल रहे थे. सीबीएसइ स्कूलों के टीचर ने लिया हिस्सा इस कार्यशाला में शहर के सीबीएसइ स्कूलों के करीब 40 शिक्षक-शिक्षिकाओं ने हिस्सा लिया. इस दौरान सभी ने एएसएल ( अफेक्टिव स्पीकिंग एंड लिस्निंग ) स्किल के बारे में जाना. बताया गया कि लोग बोलना ज्यादा चाहते हैं और सुनना कम. सुनना भी एक कला है. अलग आप पब्लिक फिल्ड में हैं तो इस कला को विकसित करना चाहिए. कार्यक्रम के दौरान ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की ओर से एक पुस्तक का भी विमोचन किया गया. यह किताब पहली क्लास से लेकर दसवीं क्लास तक इस्तेमाल किया जा सकता है. मौके पर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस के एमडी रंजन कौल भी उपस्थित थे.