बैंकिंग आउट सोर्स भी आजमाएं
एच पी श्रीवास्तवब्रांच मैनेजर, केनरा बैंक, टीआरएफ ब्रांचबैंक में कई ऐसे जॉब होते हैं, जिनके लिए आपको कोई भी एग्जाम देने की जरूरत नहीं होती. हम बात कर रहे हैं बैंक में आटसोर्सिंग द्वारा होने वाले उन कामों की जो सम्मानजनक तो हैं ही, साथ ही जिनमें काफी अच्छी कमाई भी है. हालांकि, ऐसे इम्प्लाइज […]
एच पी श्रीवास्तवब्रांच मैनेजर, केनरा बैंक, टीआरएफ ब्रांचबैंक में कई ऐसे जॉब होते हैं, जिनके लिए आपको कोई भी एग्जाम देने की जरूरत नहीं होती. हम बात कर रहे हैं बैंक में आटसोर्सिंग द्वारा होने वाले उन कामों की जो सम्मानजनक तो हैं ही, साथ ही जिनमें काफी अच्छी कमाई भी है. हालांकि, ऐसे इम्प्लाइज बैंक से एसोसिएट नहीं होते, कांटै्रक्ट बेस पर होते हैं. उन्हें बैंक द्वारा कोई सैलरी नहीं दी जाती. पर ऐसे इम्प्लाइज जुड़े होते हैं, ऐसी कंपनीज से जो बैंक्स के साथ एसोसिएट होकर बिजनेस करती हैं. बैंक द्वारा कई इंश्योरेंस एजेंट्स को हायर किया जाता है और इन एजेंट्स को हर इंश्योरेंस के लिए अच्छा इंसेंटिव मिलता है. इस काम के लिए मार्केटिंग में एमबीए करने वाले स्टूडेंट्स को प्रायोरिटी दी जाती है. इसके अलावा बैंक में कई बार सरकारी योजनाओं को लागू करने के लिए बल्क में खाता खोलना पड़ता है. ऐसे में आटसोर्सिंग द्वारा खाता खोलने के लिए एजेंट्स को हायर किये जाते हैं. उन्हें हर खाते पर इंसेंटिव दिया जाता है. इसके अलावा बैंक में डाटा इंट्री के लिए भी कई बार आउटसोर्सिंग द्वारा लोग हायर किये जाते हैं. इसके लिए किसी कंप्यूटर अप्लीकेशन में एक्सपर्ट व्यक्ति की डिमांड होती है. बैंकों में जिन सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर पर काम होता है, उसके इंस्टॉलेशन और मेंटेनेंस के लिए भी दूसरी कंपनियों से लोग हायर होते हैं, जो फिनैकल, विप्रो, फ्लेक्स क्यू जैसे सॉफ्टवेयर्स के महारती होते हैं. कुल मिलाकर कहें तों अगर कंप्यूटर नॉलेज को एनहैंस किया जाये तो बैंक के आउटसोर्सिंग वाले कामों में भी अच्छी कमाई की जा सकती है.