नक्सलियों से आम बंदियों के मिलने पर रोक

-घाघीडीह जेल प्रशासन हुआ सतर्क, विशेष चौकसी संवाददाता, जमशेदपुर चाईबासा जेल से नक्सलियों के भागने की घटना के बाद घाघीडीह जेल प्रशासन ने आम बंदियों के जेल में बंद नक्सलियों से मिलने-जुलने पर रोक लगा दी है. राज्य के अन्य जेलों से घाघीडीह जेल में शिफ्ट किये नक्सलियों को सुरक्षा की दृष्टिकोण से जेल परिसर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 19, 2014 8:03 PM

-घाघीडीह जेल प्रशासन हुआ सतर्क, विशेष चौकसी संवाददाता, जमशेदपुर चाईबासा जेल से नक्सलियों के भागने की घटना के बाद घाघीडीह जेल प्रशासन ने आम बंदियों के जेल में बंद नक्सलियों से मिलने-जुलने पर रोक लगा दी है. राज्य के अन्य जेलों से घाघीडीह जेल में शिफ्ट किये नक्सलियों को सुरक्षा की दृष्टिकोण से जेल परिसर के विशेष वार्ड में रखा गया है. वार्ड के आस-पास आम बंदियों को भटकने तक नहीं दिया जा रहा है. वार्ड के पास जेलकर्मियों की तैनाती कर दी गयी है. नक्सलियों से मिलने वालों पर विशेष नजर घाघीडीह जेल में 25 नक्सली बंद हैं. राज्य के कई जेलों से नक्सलियों को घाघीडीह जेल में शिफ्ट किया गया है. जेल में बंद नक्सलियों से मिलने आने वालों पर विशेष नजर रखी जा रही है. बिना प्रमाण पत्र के किसी भी व्यक्ति के माओवादी से नहीं मिलने दिया जा रहा है. जेल में आने वाले मुलाकातियों पर पुलिस विशेष नजर रख रही है. औचक छापामारी जेल में औचक वार्डों की तलाशी जेल प्रशासन की ओर से चलाया जा रहा है. किसी वार्ड की तलाशी कब होगी. इसकी जानकारी जेलकर्मियों को तलाशी शुरू होने के बाद हो रही है. जेल के एक- एक कोने पर विशेष चौकसी बरती जा रही है. सुरक्षा घेरे में जा रहा वैन सुरक्षा घेरे में कैदी वैन को जेल से कोर्ट और कोर्ट से जेल लाया जा रहा है. जिन थानों से होकर कैदी वैन गुजर रही है. उसे अपने थाना क्षेत्र से स्थानीय पुलिस स्कॉर्ट देकर रास्ता पार करा रही है. वैन से बंदियों को उतारने के दौरान पुलिस को हाई अलर्ट कर दिया जा रहा है. सुरक्षा घेरे में बंदियों का जेल में प्रवेश के बाद ही स्कॉर्ट पार्टी गेट से हट रही है.

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