कॉरपोरेट गवर्नेंस में उत्कृष्टता के लिए टाटा स्टील सम्मानित (संपादित)
फोटो है टाटा स्टील 2जमशेदपुर. इंस्टीच्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया (आइसीएसआइ) ने कॉरपोरेट गवर्नेंस में उत्कृष्टता के लिए टाटा स्टील को प्रतिष्ठित सम्मान (सर्टिफिकेट ऑफ रिकॉगनिशन) प्रदान किया. कॉरपोरेट गवर्नेंस अभ्यासों में उत्कृष्टता को निरंतर बढ़ावा देने की पहल में भारत की 5 शीर्ष कंपनियों में से पुरस्कार के लिए टाटा स्टील को चुना […]
फोटो है टाटा स्टील 2जमशेदपुर. इंस्टीच्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया (आइसीएसआइ) ने कॉरपोरेट गवर्नेंस में उत्कृष्टता के लिए टाटा स्टील को प्रतिष्ठित सम्मान (सर्टिफिकेट ऑफ रिकॉगनिशन) प्रदान किया. कॉरपोरेट गवर्नेंस अभ्यासों में उत्कृष्टता को निरंतर बढ़ावा देने की पहल में भारत की 5 शीर्ष कंपनियों में से पुरस्कार के लिए टाटा स्टील को चुना गया है. नयी दिल्ली में 14 वें आइसीएसआइ राष्ट्रीय पुरस्कार वितरण समारोह में कंपनी को यह पुरस्कार प्रदान किया गया. टाटा स्टील के कॉरपोरेट कम्यूनिकेशन व रेगुलेटरी अफेयर्स के ग्रुप डायरेक्टर चाणक्य चौधरी ने कंपनी की ओर से यह पुरस्कार ग्रहण किया. केंद्रीय विधि व न्याय मंत्री सदानंद गौड़ा ने टाटा स्टील को यह पुरस्कार प्रदान किया. इस अवसर पर वीपी सुनील भास्करन व सांसद मीनाक्षी लेखी भी उपस्थित थीं. इस वर्ष आइसीएसआइ की जूरी में कई विशिष्ट हस्तियां शामिल थीं, जिसका नेतृत्व भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एमएन वेंकटचलैय्याह ने किया. चाणक्य चौधरी ने कहा कि कॉरपोरेट गवर्नेस में उत्कृष्टता के लिए यह प्रतिष्ठित सम्मान (सर्टिफिकेट ऑफ रिकॉगनिशन) मिलना हम सभी के लिए हर्ष की बात है. यह पुरस्कार कंपनी के कॉरपोरेट गवर्नेंस दर्शन को मान्यता प्रदान करता है, जो सर्वश्रेष्ठ अभ्यासों को अपनाने पर जोर देता है. ज्ञात हो कि वर्ष 2002 में टाटा स्टील ने आइसीएसआइ द्वारा कॉपार्ेरेट गवनेंर्स में उत्कृष्टता के लिए दूसरा राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त किया था.