नैतिक रूप से कमाई लक्ष्मी ही साथ रहती है : रामनिवासाचार्य (फोटो हैरी 15-16)
माहेश्वरी मंडल में चल रहे शिव पुराण ज्ञान यज्ञ का दूसरा दिनजमशेदपुर. जुगसलाई में माहेश्वरी मंडल तथा माहेश्वरी महिला मंडल के संयुक्त तत्वावधान में चल रहे शिव पुराण कथा यज्ञ में रविवार को शिव चरित एवं शिव-दक्ष शाप प्रसंग की चर्चा हुई. रामनिवासाचार्य ने आज दूसरे दिन ब्यासपीठ से बोलते हुए कहा कि सती का […]
माहेश्वरी मंडल में चल रहे शिव पुराण ज्ञान यज्ञ का दूसरा दिनजमशेदपुर. जुगसलाई में माहेश्वरी मंडल तथा माहेश्वरी महिला मंडल के संयुक्त तत्वावधान में चल रहे शिव पुराण कथा यज्ञ में रविवार को शिव चरित एवं शिव-दक्ष शाप प्रसंग की चर्चा हुई. रामनिवासाचार्य ने आज दूसरे दिन ब्यासपीठ से बोलते हुए कहा कि सती का अभिप्राय श्रीयुक्त एवं सत्य युक्त आचरण से है, इसीलिए महिलाओं को विवाह के पश्चात श्रीमती कह कर संबोधित किया जाता है. कथा को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने लक्ष्मी की चंचलता के साथ ही दैनिक जीवन से जुड़े ज्योतिष विज्ञान की भी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि लक्ष्मी चंचला हैं और जीव के जीवन में किसी भी स्वरूप में आती हैं, लेकिन नैतिक तरीकों से की गयी कमाई स्थायी होती है. अनैतिक तरीके से आयी लक्ष्मी बुढ़ापे में छोड़ कर चली जाती है. आज की कथा में संजय खटोड, पिंकेश माहेश्वरी, महेश-संजय कुमार झांवर, मनमोहन-मनोज कुमार माणधणा आदि ने सपरिवार दैनिक पूजानुष्ठान संपन्न कराया, जबकि आज की कथा विश्राम के पश्चात प्रसाद वितरण किया गया. आज की कथा में अध्यक्ष छीतरमल धूत,जगदीश धूत, जुगल लड्ढा, राजकुमार लड्ढा, महेश लाखोटिया, राधेश्याम सारडा, गोविंद सारडा, उषा बागड़ी, सुमन आगीवाल, कौशल्या परवाल, उषा सारडा, प्रमिला आगीवाल, उषा माहेश्वरी, वल्लभ तापडि़या, कैलाश आगीवाल, मुरारी शारडा आदि उपस्थित थे.