बच्ची को पूरा वक्त न दे पाने के एहसास से बनी ‘अगली’
नयी दिल्ली, भाषा ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ के निर्देशक अनुराग कश्यप का कहना है कि बेटी को पूरा वक्त न दे पाने का एहसास और उसे खो देने का डर उनकी भावनात्मक थ्रिलर ‘अगली’ की प्रेरणा बना. अगली एक लड़की के अपहरण की कहानी है जो फिल्म के विभिन्न पात्रों के पेचीदा निजी संबंधों की तहें […]
नयी दिल्ली, भाषा ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ के निर्देशक अनुराग कश्यप का कहना है कि बेटी को पूरा वक्त न दे पाने का एहसास और उसे खो देने का डर उनकी भावनात्मक थ्रिलर ‘अगली’ की प्रेरणा बना. अगली एक लड़की के अपहरण की कहानी है जो फिल्म के विभिन्न पात्रों के पेचीदा निजी संबंधों की तहें खोलती है. 42 वर्षीय फिल्म निर्माता की उनकी पहली पत्नी आरती बजाज से एक बेटी है. उन्होंने कहा कि यह फिल्म उनके वास्तविक जीवन के कई अनुभवों की परिणति है.अनुराग ने कहा, ‘जब मैंने लिखना शुरू किया तो यह मेरे बारे में था. मेरे तलाक के बाद मैं जब भी अपनी बेटी से मिला, वह हमेशा यही शिकायत करती कि मेरा काम कभी खत्म नहीं होगा. यह सब वहीं से शुरू हुआ. यह मेरी बेटी को वक्त न दे पाने के एहसास से शुरू हुआ. उसके बाद मैंने इसमें वास्तविक जीवन के कई वाकयात जोड़ दिये.’ रोनित राय, तेजस्विनी कोल्हापुरे और राहुल भट्ट के अभिनय से सजी इस फिल्म को कान सहित कई अन्तरराष्ट्रीय फिल्म समारोहों में सराहना मिली है. ‘अगली’ शुक्रवार को 400 स्क्रिंस पर रिलीज हुई. अनुराग का कहना है कि उन्होंने फिल्म देखने के बाद लोगों को अपने बच्चों के पास जाते देखा और ‘अगली’ बनाने के पीछे उनका यही मकसद था. वह कहते हैं, ‘फिल्म बनाने के पीछे मेरा मकसद लोगों को विचलित करना था. मैं चाहता था कि वह इससे प्रभावित हों, खास तौर से महिलाएं. आम तौर पर लोग ऐसे दुखद पहलुओं को देखने के बाद बेजार से हो जाते हैं, लेकिन ‘अगली’ देखने के बाद लोग अपने बच्चों के करीब पहुंच गये और मैं यही चाहता था.’