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टाटानगर: एटीवीएम बना डेड एसेट्स

जमशेदपुर: टाटा मॉडल स्टेशन में लगी ऑटोमेटिक टिकट वेडिंग मशीन (एटीवीएम) डेड एसेट्स बन गया है. टाटानगर से खुलने वाले व होकर चलने वाले एक दर्जन पैसेंजर, मेमु, डीएमयू यात्रियों की सुविधा के लिए दपू रेल प्रशासन ने 31 जनवरी, 2014 को सात लाख रुपये खर्च कर एटीवीएम लगाया था. करीब 11 माह में इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 26, 2014 6:45 AM

जमशेदपुर: टाटा मॉडल स्टेशन में लगी ऑटोमेटिक टिकट वेडिंग मशीन (एटीवीएम) डेड एसेट्स बन गया है. टाटानगर से खुलने वाले व होकर चलने वाले एक दर्जन पैसेंजर, मेमु, डीएमयू यात्रियों की सुविधा के लिए दपू रेल प्रशासन ने 31 जनवरी, 2014 को सात लाख रुपये खर्च कर एटीवीएम लगाया था. करीब 11 माह में इस मशीन से मात्र 48 यात्रियों ने स्मार्ट कार्ड बनाकर टिकट लिया है. इसमें दिसंबर (अबतक), नवंबर और अक्तूबर, जून व जुलाई में एक भी स्मार्ट कार्ड नहीं बना है.

क्या है एटीवीएम

मॉडल स्टेशन में पैसेंजर ट्रेनों की यात्रियों की सुविधा के लिए अलग से ऑटोमेटिक टिकट वेडिंग मशीन लगायी गयी है. उक्त मशीन से पैसेंजर स्मार्ट कार्ड बनाकर ट्रेन टिकट बिना लाइन में लगे बना सकते हैं.

एटीवीएम से लाभ

एटीवीएम से पैसेंजर ट्रेन का टिकट लेने से यात्रियों को पांच फीसदी छूट मिलती है. मसलन एटीवीएम मशीन से ट्रेन टिकट बनाने से पूर्व यात्रियों को अपने नाम से एक स्मार्ट कार्ड बनाकर राशि रिचार्ज करना पड़ता था. इसमें एक सौ रुपये रिचार्ज कराने पर 105 रुपये का टिकट बनवा सकते हैं.

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