सूरदास की कथा से हुई शुरुआत (फोटो मनमोहन की होगी)(फोटो नहीं दिख रही है)

भुइयांडीह : आचार्य संपूर्णानंद ने आरंभ किया कथा यज्ञजमशेदपुर. भुइयांडीह लाल बिल्डिंग में शुक्रवार संध्या श्रीमद् भागवत कथा आरंभ हुई. नैमिषारण्य से पधारे आचार्य संपूर्णानंद ने प्रथम दिन सूरदास की कथा का वर्णन किया. उन्होंने कहा कि जन्मांध सूरदास भगवान कृष्ण की खोज में वृंदावन जा रहे थे. जंगल के बीहड़ रास्ते से गुजरते हुए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 26, 2014 10:03 PM

भुइयांडीह : आचार्य संपूर्णानंद ने आरंभ किया कथा यज्ञजमशेदपुर. भुइयांडीह लाल बिल्डिंग में शुक्रवार संध्या श्रीमद् भागवत कथा आरंभ हुई. नैमिषारण्य से पधारे आचार्य संपूर्णानंद ने प्रथम दिन सूरदास की कथा का वर्णन किया. उन्होंने कहा कि जन्मांध सूरदास भगवान कृष्ण की खोज में वृंदावन जा रहे थे. जंगल के बीहड़ रास्ते से गुजरते हुए अंध कूप में गिर गये. किंतु, वहां उन्हें किसी ने अपनी बांह पकड़ा कर बाहर निकाल लिया. सूरदास ने पूछा कि मेरी मदद करने वाले आप कौन हैं, तो उस व्यक्ति ने बताया कि वह एक चरवाहा है तथा गायें चराने आया हुआ है. सूरदास से सोचा कि इतनी बड़ी भुजा वाला केवल परमात्मा ही हो सकते हैं. तभी से वे कृष्ण भक्ति में लीन हो गये. कथा में साकची सत्संग मंडल की महिलाओं के साथ बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे. यजमान के रूप में अधिवक्ता कपिल मुनि तिवारी सपत्नीक शामिल हुए.

Next Article

Exit mobile version