कंप्लेनेंट दो माह पूर्व ही कर चुका है सेटलमेंट
जमशेदपुर: भालूबासा में बिल्डर द्वारा तीन दुकानों को बुलडोजर से ध्वस्त कर देने के मामले में संदेह के घेरे में आयी सीतारामडेरा पुलिस एक बार फिर सवालों के घेरे में है. बिल्डर द्वारा सरदार निर्मल सिंह, झंटू प्रमाणिक और काजल भट्टाचार्य की दुकान को ध्वस्त किया गया था. प्रभावित तीनों दुकानदारों ने बिल्डर व अन्य […]
जमशेदपुर: भालूबासा में बिल्डर द्वारा तीन दुकानों को बुलडोजर से ध्वस्त कर देने के मामले में संदेह के घेरे में आयी सीतारामडेरा पुलिस एक बार फिर सवालों के घेरे में है. बिल्डर द्वारा सरदार निर्मल सिंह, झंटू प्रमाणिक और काजल भट्टाचार्य की दुकान को ध्वस्त किया गया था. प्रभावित तीनों दुकानदारों ने बिल्डर व अन्य के खिलाफ थाना में शिकायत भी की, लेकिन इन तीनों के स्थान पर पुलिस ने चौथे दुकानदार जीतेंद्र सिंह की शिकायत पर एफआइआर दर्ज किया जिसका दुकान भी ध्वस्त नहीं हुआ था.
जिस दुकानदार के बयान पर एफआइआर दर्ज किया गया है उसके एक माह पूर्व ही दुकान खाली कर देने की बात सामने आयी है.11 जुलाई को बिल्डर ने न्यू सीतारामडेरा, शॉप-51 में बुलडोजर दुकानदारों क्रमश: सरदार निर्मल सिंह, काजल भट्टाचार्य और झंटु प्रमाणिक की दुकान को ध्वस्त कर दिया. 12 जुलाई को सीतारामडेरा पुलिस ने जीतेंद्र सिंह की शिकायत पर बिल्डर मुन्ना खान, जमीन की मालकिन उषा देवी सहित 10-15 अन्य पर मामला दर्ज किया है. जबकि जीतेंद्र की दुकान उस रात टूटी ही नहीं थी.
प्रभावित दुकानदार निर्मल सिंह सरदार के अनुसार जीतेंद्र ने जमीन मालकिन के साथ एक माह पूर्व ही अपना सेटलमेंट कर दुकान खाली कर लिया था. ऐसे में तीनों दुकानदारों की शिकायतों को दरकिनार कर जीतेंद्र की शिकायत पर मामला दर्ज करना संशय पैदा कर रहा है. दरअसल जीतेंद्र सिंह की दुकान भी इन तीन दुकानदारों के पास ही थी. बकौल सरदार निर्मल सिंह(दुकानदार) उसका सेटलमेंट जमीन मालकिन के साथ हुआ था. जीतेंद्र की दुकान 11 जुलाई की रात नहीं तोड़ी गयी थी. उस रात केवल काजल भट्टाचार्य, सरदार निर्मल सिंह और झंटु प्रमाणिक की दुकान ही टूटी थी.