इको सेंसेटिव जोन में खनिज आधारित व्यापार करने वालों पर कार्रवाई हो
-इको सेंसेटिव जोन में खनिज से संबंधित व्यापार पर लगायी जा चुकी है रोकवरीय संवाददाता, जमशेदपुरखनन विभाग ने इको सेंसेटिव जोन में खनिज आधारित व्यापार पर रोक लगा दी है. इससे संबंधित व्यापार करने वालों को नोटिस जारी कर रोक की जानकारी दी गयी है. इसकी जानकारी सहायक खनन पदाधिकारी ने उप वन संरक्षक एवं […]
-इको सेंसेटिव जोन में खनिज से संबंधित व्यापार पर लगायी जा चुकी है रोकवरीय संवाददाता, जमशेदपुरखनन विभाग ने इको सेंसेटिव जोन में खनिज आधारित व्यापार पर रोक लगा दी है. इससे संबंधित व्यापार करने वालों को नोटिस जारी कर रोक की जानकारी दी गयी है. इसकी जानकारी सहायक खनन पदाधिकारी ने उप वन संरक्षक एवं गज परियोजना के क्षेत्र निदेशक को पत्र लिख कर दी है. साथ ही इको सेंसेटिव जोन में खनिज आधारित व्यापार करने वालों पर कार्रवाई करने कहा है. पत्र में कहा है कि वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की 29 मार्च 2012 को जारी अधिसूचना एवं उच्च न्यायालय के 16 सितंबर 2014 को पारित आदेश के आलोक में वन विभाग द्वारा पत्राचार किया गया था. सेंसेटिव जोन पर भारत सरकार की अधिसूचना जारी होने के साथ इसके अधीन पड़ने वाले सभी खनिज अनुदान ( खनन पट्टा, भंडारण अनुज्ञप्ति, ईंट भट्ठा अनुज्ञप्ति) की स्वीकृति एवं नवीकरण पर खनन विभाग द्वारा रोक लगा दी गयी. साथ ही वन विभाग का पत्र प्राप्त होते ही सभी पूर्व खनिज अनुदानियों को किसी प्रकार का खनन कार्य एवं खनिज से संबंधित व्यापार करने पर रोक लगाते हुए संबंधित सभी को खनन विभाग से नोटिस निर्गत कर दिया गया है. संबंधित क्षेत्र के थाना प्रभारियों को भी इसकी सूचना दी गयी है और खनन व्यवसाय पर रोक लगाने कहा गया है. सहायक खनन पदाधिकारी ने उप वन संरक्षक एवं क्षेत्र निदेशक गज परियोजना से अपने स्तर से अधीनस्थ पदाधिकारियों से सख्त निगरानी रखने का आदेश देने का आग्रह किया है. रोक के बावजूद अवैध खनन एवं खनिज व्यापार करने वालों के खिलाफ वन अधिनियम के तहत कार्रवाई करने कहा है.