मुक्ता गुप्ता, चित्रकार : प्रभात खबर जमशेदपुर संस्करण 25 साल पूरा कर रहा है, यह जानकर खुशी हुई. प्रभात खबर की पूरी टीम को बहुत-बहुत बधाई और मेरी शुभकामनाएं. प्रभात खबर जमशेदपुर सहित पूरे झारखंड का नंबर वन अखबार है. मुझे जहां तक जानकारी है जमशेदपुर में सभी अखबारों को देखें तो प्रभात खबर अकेले 50 प्रतिशत का बिजनेस कर रहा है. साफ है यहां इसका प्रसार घर-घर तक है. केवल इस कारण मैं इसे पसंद नहीं करती. पेंटिंग मेरा संसार है. मैं इसी में जीती-मरती हूं.
प्रभात खबर कला से जुड़ी हर खबर को बहुत ही प्रमुखता से प्रकाशित करता है. छोटी-सी-छोटी खबर को भी अखबार में जगह मिलती है. खासकर लाइफ@जमशेदपुर मुझे बहुत पसंद आता है. इसमें सिटी की कला, शिक्षा, साहित्य, स्पोर्ट्स व अन्य खबरें रहती हैं, जिसे यहां के पाठक पसंद करते हैं. प्रभात खबर कलाकारों को प्रोत्साहित करने वाला अखबार है. यहां मैं जमशेदपुर के 100 साल पूरा होने के उपलक्ष्य में टाटा स्टील की ओर से आयोजित आर्ट वर्कशॉप का जिक्र करना चाहूंगी.
इसका प्रभात खबर में बहुत ही बढ़िया कवरेज हुआ था. कला को लेकर जमशेदपुर की बात करें, तो यहां टैगोर सोसायटी (रवींद्र भवन), ऑफ द वॉल और बंगाल क्लब की ओर से साल में एक बार कार्यशाला और प्रदर्शनी आयोजित की जाती है. जितने दिनों तक कार्यशाला चलती है, उतने दिनों तक प्रभात खबर में लगातार खबरें छपती हैं. खबरें ही नहीं, हर कलाकार को उनकी पेंटिंग के साथ कवरेज मिलता है.
आज के समय में ऐसा कम अखबारों में देखने को मिलता है. जमशेदपुर में बहुत कम संस्थाएं आर्ट को लेकर काम कर रही हैं. लेकिन यहां कला की उच्चतर पढ़ाई नहीं हो पाती. इसलिए मेरा मानना है कि जमशेदपुर में आर्ट कॉलेज होना चाहिए. ऐसा होने से यहां की प्रतिभाओं को निखारने का मौका मिलेगा. यह अच्छी बात है कि यहां के बच्चे कला की पढ़ाई करने अब बाहर निकल रहे हैं. पहले ऐसा नहीं था.
कोई भी कला समर्पण मांगती है. जो यहां के कम कलाकारों में दिखाई देता है. लोग जॉब भी करते हैं और पेंटिंग भी कर लेते हैं. कला को लेकर पूरी तरह से समर्पित कम लोग हैं. दूसरी, और सबसे महत्वपूर्ण बात कि लोगों को भी कला को लेकर तैयार करना होगा. बाहरहाल, किसी संस्थान के लिए 25 वर्ष पूरा करना बड़ी बात होती है. एक बार फिर से प्रभात खबर की पूरी टीम को बहुत बधाई.
Post by : Prirtish Sahay