अरुणदेव यादव : पार्श्वगायक, बॉलीवुड
मुंबई मेरी कर्मभूमि है, जमशेदपुर मेरा घर. मेरा बचपन यहां बीता. इस शहर को मैं भूल नहीं सकता. जितना प्यार मुझे जमशेदपुर से है, उतना ही लगाव प्रभात खबर से है. इस अखबार को मैं बचपन से पढ़ रहा हूं. यह अखबार कला, साहित्य, स्पोर्ट्स व अन्य किसी भी फील्ड की नयी प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करता है] जो अन्य अखबारों में देखने को कम मिलता है. इसलिए प्रभात खबर मेरा पसंदीदा दैनिक अखबार है.
मुंबई में मैं प्रभात खबर के इ-पेपर के जरिये जमशेदपुर से जुड़ा रहता हूं. मुझे याद है ‘जजमेंटल है क्या’ से जब फिल्मों में मुझे ब्रेक मिला, तो प्रभात खबर में बड़ी तस्वीर के साथ मेरा कवरेज आया था. मैं उस दिन को कभी नहीं भूल सकता. मुझे ही नहीं सभी कलाकारों को इस अखबार में कवरेज मिलता रहा है.
इसकी सबसे बड़ी खासियत है कि यह जमशेदपुर की प्रतिभाओं को खोज-खोज कर निकालता है और सरल भाषा में उसे प्रकाशित कर पाठकों तक पहुंचाता है. मुझे लगता है इस कारण इसका लोगों से जुड़ाव होता चला गया. इसमें पूरी टीम की मेहनत दिखाई देती है. जमशेदपुर की बात करूं, तो यह गतिशील और बहुत ही खूबसूरत शहर है.
यहां के लोगों में कला कूट-कूट कर भरी है. यहां की प्रतिभा आज पहचान की मोहताज नहीं है, तो नि:संदेह इसमें प्रभात खबर का योगदान है. पक्की खबर और पाठकों के प्यार के कारण ही इसका प्रसार लगातार बढ़ रहा है. मैं 25 वर्ष पूरे होने पर प्रभात खबर जमशेदपुर की पूरी टीम को बधाई.
Post by : Pritish Sahay