प्रभात खबर की 25वीं वर्षगांठ : मेरे दिल के बेहद करीब है ‘प्रभात खबर’…
मैं झारखंड की बेटी हूं, इसलिए बचपन से ही प्रभात खबर पढ़ती आ रही हूं. लेकिन 2007-08 के बाद इस अखबार से और गहरा रिश्ता जुड़ गया. प्रभात खबर ने मेरे शुरुआती करियर से लेकर शिखर तक पहुंचने की कहानी को काफी प्रमुखता से प्रकाशित किया है
दीपिका कुमारी, तीरंदाज, पद्मश्री
मैं झारखंड की बेटी हूं, इसलिए बचपन से ही प्रभात खबर पढ़ती आ रही हूं. लेकिन 2007-08 के बाद इस अखबार से और गहरा रिश्ता जुड़ गया. प्रभात खबर ने मेरे शुरुआती करियर से लेकर शिखर तक पहुंचने की कहानी को काफी प्रमुखता से प्रकाशित किया है, इसलिए यह अखबार मेरे दिल के बेहद करीब है. जब पहली बार मेरा चयन राज्य की टीम में हुआ, तब मेरे परिवार को प्रभात खबर से ही इसकी जानकारी मिली थी. उन्होंने मुझे फोन कर बताया था कि तुम्हारा चयन झारखंड टीम के लिए हुआ है.
जब भारतीय टीम में पहुंची, तब भी पहली बार प्रभात खबर ने ही ‘झारखंड की बेटी’ शीर्षक के साथ खबर प्रकाशित किया था, जिसे पढ़ कर काफी गर्व महसूस हुआ. इसके अलावा 2011 में नेशनल गेम्स और 2010 में जब मैंने कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक हासिल किया, उस समय भी प्रभात खबर ने मुझे सिर आंखों पर बैठाया. मेरे जीवन की हर कामयाबी का प्रभात खबर गवाह रहा है.
मेरे परिवार से संबंधित खबर भी इस अखबार में अक्सर अलग-अलग मौकों पर छपती रही है. 2012 में प्रभात खबर ने मेरी बहन व मेरी एक स्टोरी प्रकाशित की. इसमें हेडलाइन थी ‘बहन दिव्या के लिए द्रोणाचार्य बनीं दीपिका’, यह हेडिंग आज भी मेरे जेहन में है. इसके अलावा जब मुझे पद्मश्री पुरस्कार के लिए चुना गया, तब भी प्रभात खबर से इस बारे में पता चला.
बाद में ऑफिसियल लेटर मिला. खबरों में सच्चाई प्रभात खबर की सबसे बड़ी खासियत है. प्रभात खबर में छपने वाली राज्य की और स्थानीय खबरें मुझे बेहद पसंद है. 25 साल पूरे होने पर प्रभात खबर को हार्दिक शुभकामनाएं. इस अखबार की पहचान सच्ची पत्रकारिता है, जो हमेशा बरकरार रहे.
Post by : Pritish Sahay