प्रभात खबर की 25वीं वर्षगांठ : यूनियन के नेताओं ने कहा- मजदूरों का विश्वास व हथियार है प्रभात खबर
मुझे यह अखबार पसंद है क्योंकि इसके कंटेेंट, विशेष आर्टिकल का जोड़ नहीं है. न्यूज परोसने का तरीका, कॉलम काफी प्रभावी है. चूंकि यह शहर मजदूरों और उद्योग जगत का है. इसलिए अखबार की भूमिका यहां थोड़ी चुनौतीपूर्ण है.
मुझे यह अखबार पसंद है क्योंकि इसके कंटेेंट, विशेष आर्टिकल का जोड़ नहीं है. न्यूज परोसने का तरीका, कॉलम काफी प्रभावी है. चूंकि यह शहर मजदूरों और उद्योग जगत का है. इसलिए अखबार की भूमिका यहां थोड़ी चुनौतीपूर्ण है.
पीएन सिंह, पूर्व अध्यक्ष, टाटा वर्कर्स यूनियन
प्रभात खबर से शहरवासियों की सुबह होती है. इस अखबार में निष्पक्ष खबरों के साथ मजदूरों की बातों को भी मजबूती के साथ रखा जाता है, जो बाकी अखबारों से इसे अलग स्थापित करता है. बाजारवाद के इस युग में भी प्रभात खबर ने खुद को काफी बेहतर तरीके से संतुलित कर रखा है.
रघुनाथ पांडेय, अध्यक्ष, जुस्को श्रमिक यूनियन
प्रभात खबर को प्रकाशन वर्ष से पढ़ रहा हूं. प्रबंधन और मजदूरों की बातों को संतुलित कर प्रकाशित करना प्रभात खबर की विश्वसनीयता को बढ़ाता है. मुझे याद है ग्रेड रिवीजन के वक्त विसंगति थी, जिसे अखबार ने प्रमुखता से छापा.
सतीश सिंह, महामंत्री, टाटा वर्कर्स यूनियन
इस औद्योगिक शहर में प्रभात खबर कर्मचारियों के बीच काफी लोकप्रिय अखबार है. मजदूरों की हर समस्या को अत्यंत ही प्रमुखता और सजगता के साथ इसमें प्रकाशित किया जाता है.
संजीव उर्फ टुन्नू चौधरी, कमेटी मेंबर व पूर्व डिप्टी प्रेसिडेंट, टाटा वर्कर्स यूनियन
प्रभात खबर सच्चे अर्थों में अपनी टैगलाइन ‘अखबार नहीं आंदोलन’ को चरितार्थ करता है. आमजनों को स्थान देने और क्वालिटी ऑफ कंटेंट में इसका कोई सानी नहीं है. जमशेदपुर के संदर्भ में तो इसकी महत्ता और भी बढ़ जाती हैं क्योंकि मजदूरों व उनसे जुड़े मुद्दों को प्रभात खबर सबसे बेहतर तरीके से उकेरता है.
शिवेश वर्मा, पूर्व उपाध्यक्ष, टाटा वर्कर्स यूनियन
प्रभात खबर सही मायने में मजदूरों का अखबार है. मजदूर राजनीति के शुरुआती दिनों से देखते आया हूं कि इस अखबार ने निर्भीक और निष्पक्ष होकर खबरें प्रकाशित की है. सभी वर्ग, धर्म, समुदाय को बराबर स्थान देना इसकी संतुलित पत्रकारिता को दर्शाता है.
अरविंद पांडेय, डिप्टी प्रेसिडेंट, टाटा वर्कर्स यूनियन
मैं 1996 में यूनियन से जुड़ा. तब से देखता आ रहा हूं कि यूनियन और प्रबंधन के बीच के संबंधों को सुचरित अर्थों में प्रकाशित किया जा रहा है. यह अपने आप में गौरव की बात है. प्रभात खबर जमशेदपुर के दिल की धड़कन बन गया है.
शाहनवाज आलम, उपाध्यक्ष, टाटा वर्कर्स यूनियन
शहर के प्रत्येक वर्ग, व्यक्ति की पहली चाहत प्रभात खबर है. यह अखबार सच्ची और स्पष्टतावादी विचार के कारण पाठकों में एक अलग स्थान रखता है. कर्मचारी मुद्दे पर इसकी बेबाकी मजदूरों की हिम्मत को बढ़ाने का काम करती है.
भगवान सिंह, उपाध्यक्ष, टाटा वर्कर्स यूनियन
अखबार जो केवल खबर ही न परोसे, बल्कि सामाजिक भावनाओं को बढ़ाने और लोगों की समस्याओं को सामने रखे. इसकी सच्ची पहल करता है प्रभात खबर. मजदूरों के इस शहर में इस अखबार की अपनी अलग पहचान इसलिए है क्योंकि यह उनकी आवाज है. नॉलेज लेबल में यह अखबार हमेशा पाठकों को आगे रखता है.
नितेश राज, सहायक सचिव, टाटा वर्कर्स यूनियन
कॉरपोरेट न्यूज के मामले में प्रिंट मीडिया के क्षेत्र में प्रभात खबर की विश्वसनीयता शुरू से लेकर आज तक बनी हुई है. कर्मचारियों के लिए क्या होने वाला है, इसके लिए लोगों का सबसे विश्वासपात्र समाचार पत्र प्रभात खबर ही रहा है.
हरिशंकर सिंह, उपाध्यक्ष, टाटा वर्कर्स यूनियन
डिजिटल मीडिया के इस युग में भी प्रभात खबर पढ़े बिना हम सभी को चैन नहीं मिलता है. क्योंकि यह सबसे विश्वसनीय और निष्पक्ष खबर देता है. स्थानीय समाचार के साथ पूरे देश का हर समाचार इसमें निहित रहता है.
दिनेश तिवारी, महामंत्री, टाटा पिगमेंट वर्कर्स यूनियन
झारखंड आंदोलन में प्रभात खबर ने अहम भूमिका निभायी है. 25 वर्षों के इस लंबे सफर को सफलता के साथ पूरा करने के लिए मैं पूरी टीम और संस्थापकों को ढेर सारी बधाई देता हूं एवं उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं.
गुरमीत सिंह तोते, अध्यक्ष, टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन
समाज में एक प्रहरी के रूप में प्रभात खबर ने पहचान बनायी है. मेरी दिनचर्या की शुरुआत प्रभात खबर से होती है. सुबह पढ़ने के बाद ही दूसरा काम करता हूं. अखबार में यूनियन, कंपनी से जुड़ी तमाम खबरों को प्रमुखता दी जाती है. हर क्षेत्र से जुड़ी खबरों को बराबर स्थान मिलता है.
आरके सिंह, महामंत्री, टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन
प्रभात खबर की विश्वसनीयता आज भी लोगों के बीच मजबूती के साथ कायम है. क्योंकि यह अखबार अपनी जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा के साथ निभा रहा है. यूनियन, कंपनी से जुड़ी तमाम खबरें सरल भाषा में रहती है.
अनिल शर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष, टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन
प्रभात खबर हीं एक ऐसा अखबार है, जिसको पढ़ने के बाद मन को संतुष्टि मिलती है. जन समस्याओं को अखबार ने हमेशा प्रमुखता से उठाने का कार्य किया. श्रमिक आंदोलन हो या फिर उनसे जुड़ा कोई मुद्दा, प्रभात खबर ने हमेशा उन्हें पूर्ण व उचित स्थान दिया है.
हरदीप सिंह सैनी, ज्वाइंट जनरल सेक्रेटरी, टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन
प्रभात खबर ने हमेशा अपने पाठकों की जरूरतों व हितों को सर्वोपरि रखा है. अपने निर्भीक और बेबाक पत्रकारिता की वजह से पूरे झारखंड में प्रभात खबर अव्वल स्थान पर बना हुआ है. इसी भरोसे को आगे भी प्रभात खबर को बनाये रखना चाहिए.
संजय मिश्रा, कमेटी मेंबर, टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन
झारखंड के मजदूरों, खासकर जमशेदपुर के मजदूरों की आवाज को बुलंद करने का कार्य प्रभात खबर ने बड़ी बखूबी और तत्परता से किया है और इसमें सदा अग्रणी रहा है. 25 वर्ष पूरे होने पर प्रभात खबर की पूरी टीम को शुभकामनाएं.
अरुण सिंह, पूर्व महामंत्री, टीसी कर्मचारी यूनियन
प्रभात खबर शहरवासियों के लिए एक विश्वसनीय अखबार है. इस अखबार में रोजगार से संबंधित सटीक खबर रहती है. प्रभात खबर सच में अखबार नहीं आंदोलन है. इसने सदैव सभी वर्ग को समान महत्व दिया है. प्रभात खबर ने मजदूरों की समस्या एवं आवाज को बनाये रखने में विशेष पहचान बनायी है.
रामाकांत करुआ, स्टीयरिंग कमेटी सदस्य, टीसी कर्मचारी वर्कर्स यूनियन
निर्भीक और बेबाक पत्रकारिता की वजह से पूरे झारखंड में प्रभात खबर अव्वल स्थान पर है. अखबार की सबसे बड़ी खासियत यह है कि मजदूरों और उद्योग जगत की खबरों के साथ-साथ शहर की सभी छोटी-बड़ी खबरों को प्रमुखता से जगह दी जाती है.
संजीव श्रीवास्तव, सचिव, जेसीपी वर्कर्स यूनियन
मजदूरों की समस्याओं के समाधान में प्रभात खबर से बहुत मदद मिलती है. संघर्ष और सामाजिक आंदोलनों में चाहे वह शासन, प्रशासन के खिलाफ जनहित का मुद्दा हो, या फिर लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए किसी अभियान में सहयोगी की भूमिका में हमेशा प्रभात खबर निष्पक्ष होकर डटा रहा है.
एलपी सिंह, डिप्टी प्रेसिडेंट, टिमकेन वर्कर्स यूनियन
जन समस्याओं को उठाकर उसका निदान कराने के कारण प्रभात खबर आज जनता की पहली पसंद है. प्रभात खबर ने हमेशा अपने पाठकों की जरूरतों व हितों को सर्वोपरि स्थान दिया है. इसके कॉलम रोचक होते हैं. शहर से लेकर गांव तक की हर छोटी-बड़ी खबर इसमें मिलती है.
मनोज सिंह, महामंत्री, दि गोलमुरी, टिनप्लेट वर्कर्स यूनियन
मैं दिन की शुरुआत प्रभात खबर से करता हूं. प्रभात खबर के सामने दूसरा कोई अखबार नहीं है. शहर, देश, विदेश की तमाम प्रमुख खबरें इसमें मिलती हैं. अखबार निष्पक्ष, निडर, निर्भीक है, इसमें कोई संदेह नहीं है.
परविंदर सिंह सोहेल, डिप्टी प्रेसिडेंट, दी गोलमुरी, टिनप्लेट वर्कर्स यूनियन
प्रभात खबर लोगों, यूनियन, मजदूरों की समस्या से लेकर देश-विदेश, खेल, राजनीतिक, शिक्षा, तकनीक आदि से संबंधित खबरें काफी सरल और आसान भाषा में लोगों के सामने परोसता है. जिससे जनता का विश्वास अखबार पर दिनों दिन बढ़ रहा है.
अमित सरकार, महामंत्री, जेम्को वर्कर्स यूनियन
प्रभात खबर को सही मायने में आम जनता की आवाज कह सकते हैं. सरकार और जनता के मध्य पहुंच स्थापित करने वाला यह अखबार मजदूरों की आवाज को सशक्त रूप से उठाता है. समाज का उत्थान मानो इनके डीएनए में रचा-बसा है.
नरेश चौधरी, महामंत्री, टाटा पावर इंप्लाइज यूनियन
प्रभात खबर सही मायने में जनता की आवाज है. इसने यूनियन, मजदूरों और प्रबंधन के बीच हमेशा संतुलन बनाये रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है. शहर की छोटी-बड़ी हर समस्या को उठाते हुए उनके समाधान में इस अखबार ने तत्परता दिखायी. यही कारण है कि यह पाठकों का सर्वप्रिय अखबार बना हुआ है.
प्रकाश सिंह, महामंत्री, टेल्को वर्कर्स यूनियन
Post By: Pritish Sahay