टाटा स्टील में कैंटीन आउटसोर्स करने की प्रक्रिया तेज
जमशेदपुर : टाटा स्टील में कैंटीन को आउटसोर्स करने की प्रक्रिया तेज कर दी गयी है. बताया जाता है कि अब फरवरी से लेकर मार्च के बीच कैंटीन को आउटसोर्स कर दिया जाना है. चूंकि, खाने की क्वालिटी बेहतर नहीं हो रही है और कर्मचारियों पर अत्यधिक खर्च भी हो रहा है, उसको देखते हुए […]
जमशेदपुर : टाटा स्टील में कैंटीन को आउटसोर्स करने की प्रक्रिया तेज कर दी गयी है. बताया जाता है कि अब फरवरी से लेकर मार्च के बीच कैंटीन को आउटसोर्स कर दिया जाना है. चूंकि, खाने की क्वालिटी बेहतर नहीं हो रही है और कर्मचारियों पर अत्यधिक खर्च भी हो रहा है, उसको देखते हुए यह कदम उठाया जा रहा है. बताया जाता है कि कैंटीन को आउटसोर्स को लेकर पहले से ही सीसीएमसी की मीटिंग में फैसला लिया जा चुका है जबकि कई तरह के प्रस्ताव यूनियन के भी पास आये हुए है. इस दायरे में करीब 155 कर्मचारी आने की संभावना है, जिसका समायोजन कर उनसे दूसरा काम लेने की योजना है और दूसरी कंपनी को इसको आउटसोर्स कर कर्मचारियों को बेहतर खाना देने की योजना पर काम चल रहा है. बताया जाता है कि कैंटीन को आउटसोर्स करने के बाद सिर्फ कुछ सुपरवाइजरों को वहां रखा जायेगा ताकि काम की क्वालिटी का चेक किया जा सके. इसके अलावा कोई भी और किसी तरह के कर्मचारी को वहां नहीं रखना है. कई दौर की बातचीत इसको लेकर हो चुकी है. लिहाजा, इस वित्तीय वर्ष में इस काम को पूरा कर लेने की योजना पर मैनेजमेंट काम आगे बढ़ा चुकी है. इसको कभी भी अमलीजामा पहना सकता है. मुझे जानकारी नहीं : संतोष सीसीएमसी के सदस्य और कमेटी मेंबर संतोष पांडेय ने इस बारे में बताया कि आउटसोर्स किया जाना है या नहीं, इसके बारे मंे उनको जानकारी नहीं है. लेकिन उन्होंने यह जरूर कहा कि कैंटीन के खाने की क्वालिटी बेहतर होनी चाहिए और हर कर्मचारियों को बेहतर खाने की लालसा होती है.