नानीबाई का मायरा भरने स्वयं पहुंचे भगवान

(फोटो दुबेजी की होगी)साकची अग्रसेन भवन में ‘नानीबाई रो मायरो’ कथा हुई संपन्नरानी सती सेवा संघ ने किया प्रवचन अनुष्ठान का आयोजनजमशेदपुर : विगत तीन दिनों से साकची अग्रसेन भवन में चल रहा धार्मिक कथानुष्ठान ‘नानी बाई रो मायरो’ मंगलवार को विधिवत संपन्न हो गया. बाल ब्यास पाखी शर्मा ने अत्यंत मार्मिक ढंग से संत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 7, 2015 12:03 AM

(फोटो दुबेजी की होगी)साकची अग्रसेन भवन में ‘नानीबाई रो मायरो’ कथा हुई संपन्नरानी सती सेवा संघ ने किया प्रवचन अनुष्ठान का आयोजनजमशेदपुर : विगत तीन दिनों से साकची अग्रसेन भवन में चल रहा धार्मिक कथानुष्ठान ‘नानी बाई रो मायरो’ मंगलवार को विधिवत संपन्न हो गया. बाल ब्यास पाखी शर्मा ने अत्यंत मार्मिक ढंग से संत नरसी मेहता तथा उनकी बेटी नानी बाई का मायरा भरे जाने की पौराणिक कहानी सुनायी. श्री राणी सती सेवा संघ के तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय कथा वाचन के माध्यम से श्रद्धालुओं ने यह भी स्पष्ट रूप से महसूस किया कि किस तरह भगवान अपने भक्तों के हर योग-क्षेम का वहन करने के लिए स्वयं तत्पर रहते हैं. अत्यंत निर्धन नरसी मेहता की बेटी नानीबाई का लाखों रुपये का मायरा भरने के लिए स्वयं उसकी ससुराल पहुंचे भगवान ने अपनी लीला के माध्यम से साबित किया कि अगर भक्त उन पर पूर्ण विश्वास के साथ आश्रित हो जाय तो फिर उसके सारे संकट उनके हो जाते हैं. आज के आयोजन में बीते दो दिनों की अपेक्षा भारी भीड़ रही, जिसमें महिलाओं की संख्या ही अधिक थी. श्रद्धालुओं ने कथा का भरपूर आनंद तो उठाया ही, साथ ही कथा के दौरान कोलकाता के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत झांकियों एवं संगीत का भी खूब आनंद उठाया. आयोजन में आज समाज के अनेक गणमान्य लोग भी पहुंचे. आयोजन को सफल बनाने में रानी सती सेवा संघ की महिलाओं के अतिरिक्त श्याम खंडेलवाल, नरेश कांवटिया, संतोष तुलस्यान, कैलाश सरायवाला, सुरेश लोधा, राजू संघी आदि ने भी अहम भूमिका निभायी.

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