अब वाहन परमिट के लिए नहीं जाना पड़ेगा रांची
– राज्य सरकार ने आरटीए गठन की तैयारी शुरू की संवाददाता, जमशेदपुर कोल्हान के वाहन मालिकों को अब परमिट लेने के लिए रांची की दौड़ नहीं लगानी होगी. जल्द ही चाईबासा से परमिट मिलेगा. रघुवर दास के नेतृत्व में नयी सरकार गठन होते ही आरटीए गठन की तैयारी शुरू हो गयी है. फरवरी तक आरटीए […]
– राज्य सरकार ने आरटीए गठन की तैयारी शुरू की संवाददाता, जमशेदपुर कोल्हान के वाहन मालिकों को अब परमिट लेने के लिए रांची की दौड़ नहीं लगानी होगी. जल्द ही चाईबासा से परमिट मिलेगा. रघुवर दास के नेतृत्व में नयी सरकार गठन होते ही आरटीए गठन की तैयारी शुरू हो गयी है. फरवरी तक आरटीए का गठन होने की उम्मीद है. चुनाव के पूर्व ही सरकार ने कोल्हान में आरटी बोर्ड के सचिव का पद सृजित कर अनिरुद्ध सिन्हा की तैनाती कर दी है. चुनाव आचार संहिता लागू होने से प्राधिकार के तीन सदस्य और कार्यालय स्टाफ की बहाली नहीं हो सकी थी. प्राधिकार का गठन होते ही आरटीए कार्यालय विधिवत तौर पर चाईबासा में कार्य करना शुरू कर देगा. प्राधिकार के तीन सदस्य किये जायेंगे मनोनीत राज्य सरकार की ओर से कोल्हान आयुक्त बोर्ड के अध्यक्ष, सरकार की ओर से मनोनीत तीन सदस्य आरटीए बोर्ड के सदस्य होंगे. कोल्हान के तीनों जिलों से एक-एक व्यक्ति को प्राधिकार का सदस्य बनाया जायेगा. कोल्हान में वाहनों से सबसे ज्यादा राजस्व जमशेदपुर परिवहन कार्यालय से मिलता है. राज्य के पांच में से तीन प्रमंडलों में ही आरटीए बोर्ड कार्यरत है. अब कोल्हान चौथा होगा. क्या होगा फायदा – रांची आरटीए से अलग होने से चाईबासा में परमिट जल्दी मिलेगा. – सभी व्यावसायिक वाहन का परमिट सुगमता से चाईबासा से जारी होंगे. – समय और पैसे दोनों की बचत होगी. – नये रूट का निर्धारण होगा एवं नये मार्ग पर वाहन चलेंगे. – सरकार को राजस्व मिलेगा. – जाली परमिट की संख्या में कमी आयेगी.