चर्चा में एक्सपर्ट के साथ-साथ एक्सलर्स ने भी हिस्सा लिया. इस दौरान यह बात उभर कर आयी कि तकनीक के निगेटिव इस्तेमाल से बचना चाहिए. तकनीक के निगेटिव इस्तेमाल से व्यक्तिगत और समाज के स्तर पर बुरा असर पड़ता है. कार्यक्रम में बताया गया कि तकनीक की वजह से सब कुछ फास्ट हो गया है.
तकनीक ने व्यंजन पर भी असर डाला है. अब खाना भी फास्ट फूड हो गया है. लोगों की कार्यक्षमता में वृद्धि हुई है. छात्र-छात्रओं ने भी पेश किये पेपर. कार्यक्रम के दौरान एचआर में तकनीक से संबंधित कुल सात पेपर पेश किये गये. तकनीक पर आधारित कई पैनल डिस्कशन भी किये गये. तय हुआ ब्लू प्रिंट. कार्यक्रम के दौरान एचआर क्षेत्र में तकनीक के इस्तेमाल पर परिवर्तन की जो बातें सामने आयीं, उसे कलमबंद किया गया. प्रमुख बातों को ह्यूमन रिसोर्स के क्षेत्र से जुड़े संस्थानों को सौंपा जायेगा. जाना सक्सेस का रहस्य. कार्यक्रम के दौरान संस्थान के मूल रूप से एचआर स्ट्रीम के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया. उन्होंने सफलता का राज भी जाना. इनोवेशन के साथ कैसे आने वाले दिनों में एचआर क्षेत्र की चुनौतियां बढ़ी हैं, इसे भी जाना. बताया गया कि हमेशा नॉलेज को शेयर करें और दूसरों से सीखें. अपनी प्रोडक्टिविटी बढ़ाने के लिए हर तकनीक का इस्तेमाल करें.