मल्टीपल कनेक्शन की सब्सिडी होगी बंद

जमशेदपुर: एक ही रसोई में अगर आप दो या तीन कंपनियों की एलपीजी इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आपका एक कनेक्शन को छोड़कर अन्य सब्सिडी बंद हो सकती है. कंपनियों ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. गैस कनेक्शन और बैंक खाता से आधार नंबर जुड़ने के बाद ग्राहकों की पहचान के लिए एनआइसी सर्वर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 13, 2015 7:13 AM
जमशेदपुर: एक ही रसोई में अगर आप दो या तीन कंपनियों की एलपीजी इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आपका एक कनेक्शन को छोड़कर अन्य सब्सिडी बंद हो सकती है. कंपनियों ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. गैस कनेक्शन और बैंक खाता से आधार नंबर जुड़ने के बाद ग्राहकों की पहचान के लिए एनआइसी सर्वर का इस्तेमाल कंपनियों ने शुरू कर दिया है. दावा किया जा रहा है कि आधार से जुड़ने के बाद मल्टीपल गैस कनेक्शन की जांच आसान हो जायेगी. ढाई साल पहले भी तेल कंपनियों ने मल्टीपल कनेक्शनों की घर-घर जांच शुरू की थी. इसमें आइओसी के 10 हजार कनेक्शन मल्टीपल श्रेणी में पाये गये थे.
सॉफ्टवेयर के अभाव में उन कनेक्शनों की जांच नहीं हो सकी. इंडियन ऑयल के अधिकारियों ने बताया कि डीबीटीएल योजना के तहत तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है. अब 17 डिजीट की आइडी ग्राहक की स्थायी पहचान होगी.
बच सकते हैं कनेक्शन, देना होगा शपथ पत्र
मल्टीपल कनेक्शन की जांच के दौरान भाई-भाई या पिता-पुत्र यदि एक ही मकान में रहते हैं, तो वे सब्सिडी का लाभ के साथ अपना कनेक्शन बचा सकते हैं. इसके लिए उन्हें शपथ पत्र देकर बताना होगा कि उनका घर एक है, लेकिन रसोई अलग-अलग है. सबसे अधिक दिक्कत पति-पत्नी के नाम पर लिये गये गैस कनेक्शनों पर होनेवाली है. ऐस में दोनों एक रसोई में एक ही कनेक्शन का इस्तेमाल कर सकते हैं. पति और पत्नी अलग-अलग शहरों में रहते हैं या फिर नौकरी करते हैं तो वह दो गैस कनेक्शन रख सकते हैं. आइओएल के अनुसार कनेक्शन किसी भी कंपनी का हो, मल्टीपल कनेक्शनों के मामले में एक ही कनेक्शन पर सब्सिडी का फायदा मिलेगा. पिता-पुत्र या भाई-भाई एक ही मकान में रहकर अलग-अलग गैस कनेक्शन रख सकते हैं.

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