अर्जुन हा धनुष चलाये में गजब हुसियार रहिस… फोटो है हैरी 10 से 14
फ्लैग- तीन दिवसीय छत्तीसगढ़ी लोककला महोत्सव संपन्नजमशेदपुर. सोनारी स्थित सीपीएन क्लब प्रांगण में छत्तीसगढ़ी समिति की ओर से आयोजित तीन दिवसीय लोक कला महोत्सव का समापन मंगलवार को पंडवानी के साथ हुआ. मंगलवार को कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि विधायक सरयू राय एवं विशिष्ट अतिथि समाजसेवी बेली बोधनवाला ने दीप जलाकर किया. इस अवसर पर […]
फ्लैग- तीन दिवसीय छत्तीसगढ़ी लोककला महोत्सव संपन्नजमशेदपुर. सोनारी स्थित सीपीएन क्लब प्रांगण में छत्तीसगढ़ी समिति की ओर से आयोजित तीन दिवसीय लोक कला महोत्सव का समापन मंगलवार को पंडवानी के साथ हुआ. मंगलवार को कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि विधायक सरयू राय एवं विशिष्ट अतिथि समाजसेवी बेली बोधनवाला ने दीप जलाकर किया. इस अवसर पर श्री राय ने कहा कि किसी समाज की समृद्धता उसकी सांस्कृतिक विरासत से पता चलता है. छतीसगढ़ की संस्कृति काफी समृद्ध है. इसके विकास के लिए मैं सदा तत्पर रहूंगा. विशिष्ट अतिथि समाजसेवी बेली बोधनवाला ने कहा कि किसी भी समाज का विकास तभी संभव है, जब वह शिक्षित हो. कार्यक्रम को लोधी क्षत्रिय समाज के पन्ना सिंह जंघेल, समाजसेवी मानिकलाल साहू तथा डॉ जेके देवांगन ने भी संबोधित किया. कार्यक्रम का स्वागत भाषण नरोत्तम दास तथा संचालन जया साहू ने किया.वेदवति शैली में पंडवानी, द्रौपदी स्वयंवर की कथामहोत्सव के अंतिम दिन दुर्ग के छत्तीसगढ़ी पंडवानी कला मंच के केतन राम देवांगन ने वेदवति शैली में द्रौपदी स्वयंवर की कथा पंडवानी के माध्यम से कही. कथा में द्रौपदी का भगवान शंकर से पांच पति का वरदान, राजा द्रुपद का स्वयंवर रखना, अर्जुन का लक्ष्य भेदना सहित पंचकन्या का वरदान होने के कारण द्रौपदी पांच पतियों के होने के बाद भी पतिव्रता बताया गया.कार्यक्रम में नरोत्तम दास, जया साहू, लक्ष्मी साहू, जगन्नाथ साहू, बहुर लाल, घनश्याम साहू, भरत गढ़ेवाल, पुनानन्द साहू, उमा साहू, केशव लाल साहू, चमन लाल, पूना राम, कांता निषाद आदि उपस्थित थे.