ऑफिस बियररों के रिलीज बरकरार रहने पर संशय
वरीय संवाददाता, जमशेदपुरटाटा वर्कर्स यूनियन के ऑफिस बियररों के रिलीज बरकरार रहने पर संशय उत्पन्न हो चुका है. यूनियन के सारे पदाधिकारी वैसे तो कर्मचारी हैं, लेकिन उनको ड्यूटी नहीं करने के लिए मैनेजमेंट की ओर से रिलीज किया जाता है. यह रिलीज 20 जनवरी तक के लिए ही है. अगर रिलीज को आगे बढ़ाना […]
वरीय संवाददाता, जमशेदपुरटाटा वर्कर्स यूनियन के ऑफिस बियररों के रिलीज बरकरार रहने पर संशय उत्पन्न हो चुका है. यूनियन के सारे पदाधिकारी वैसे तो कर्मचारी हैं, लेकिन उनको ड्यूटी नहीं करने के लिए मैनेजमेंट की ओर से रिलीज किया जाता है. यह रिलीज 20 जनवरी तक के लिए ही है. अगर रिलीज को आगे बढ़ाना है तो निश्चित तौर पर यूनियन की ओर से फिर से मैनेजमंेट को आग्रह पत्र भेजना होगा. यूनियन में यह परिपाटी रही है कि अध्यक्ष की ओर से ही रिलीज करने के लिए आवेदन दिया जाता है. इसको लेकर अध्यक्ष द्वारा ही पत्र लिखा जाता है. लेकिन अध्यक्ष रिटायर कर चुके हंै. मैनेजमंेट अध्यक्ष के रुप में पीएन सिंह को मानने को तैयार नहीं है. ऐसे में या तो अध्यक्ष की जगह एक्टिंग कर रहे डिप्टी प्रेसिडेंट को पत्र लिखना होगा या महामंत्री को ही पत्र देना होगा. डिप्टी प्रेसिडेंट और महामंत्री के बीच की दूरियां भी इस संशय को और बढ़ा रही है. इसको लेकर यूनियन के ऑफिस बियरर दबाव में हैं. दूसरी ओर सारे ऑफिस बियररों पर कर्मचारियों और कमेटी मेंबरों का दबाव है कि वे सामान्य कर्मचारियों की तरह ही ड्यूटी करें. चूंकि, यूनियन में कोई काम हो नहीं रहा है. मैनेजमेंट के स्तर पर ठोस तरीके से कोई बातचीत हो रही है. एकतरफा फैसला लिया जा रहा है, इस कारण सारे यूनियन पदाधिकारियों को ड्यूटी ही करना चाहिए. रिलीज को समाप्त कर देना चाहिए. अब देखना है कि अपने रिलीज को लेकर सारे ऑफिस बियरर एक होते हैं या नहीं. क्योंकि अब तक सारे ऑफिस बियरर (पक्ष या विपक्ष या तीसरा पक्ष) के बीच दूरियां बनी हुई है और यही वजह है कि मजदूरों का मुद्दा उठ नहीं पा रहा है.