रुचिकर सिलेबस बढ़ाता है कक्षाओं में उपस्थिति (फोटो : ऋषि.)-1

दिल्ली विश्वविद्यालय की कोर्स डिजाइनर टीम सदस्य प्रो तुलिका प्रसाद ने किया ग्रेजुएट कॉलेज का दौरावरीय संवाददाता, जमशेदपुरकक्षाओं में विद्यार्थियों की अनियमित व कम उपस्थिति बड़ी समस्या है. यदि विद्यार्थियों को ध्यान में रखते हुए ऐसा सिलेबस तैयार किया जाये जो रुचिकर हो, तो इस समस्या का समाधान हो सकता है. यह बात दिल्ली विश्वविद्यालय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 16, 2015 6:02 PM

दिल्ली विश्वविद्यालय की कोर्स डिजाइनर टीम सदस्य प्रो तुलिका प्रसाद ने किया ग्रेजुएट कॉलेज का दौरावरीय संवाददाता, जमशेदपुरकक्षाओं में विद्यार्थियों की अनियमित व कम उपस्थिति बड़ी समस्या है. यदि विद्यार्थियों को ध्यान में रखते हुए ऐसा सिलेबस तैयार किया जाये जो रुचिकर हो, तो इस समस्या का समाधान हो सकता है. यह बात दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) की प्रो तुलिका प्रसाद ने यहां ग्रेजुएट कॉलेज में प्राचार्या उषा शुक्ल के साथ बैठक में कही. प्रो प्रसाद डीयू की कोर्स डेवलपर टीम की सदस्य भी हैं. वह यहां नेशनल यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स स्किल डेवलपमेंट (एनयूएसएसडी) प्रोग्राम के तहत शहर के तीन दिवसीय दौरे पर आयी हैं. यहां के तीन कॉलेजों में टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस (टिस) द्वारा एनयूएसएसडी प्रोग्राम के तहत संचालित कोर्स का जायजा लेने आयी हैं. शुक्रवार को प्रो तुलिका प्रसाद ने द ग्रेजुएट स्कूल कॉलेज फॉर वीमेंस में प्राचार्या के साथ बैठक कर यहां कोर्स की प्रगति, छात्राओं की उपस्थिति, कमी व उसे दूर करने के उपाय आदि पर बात की. इसके बाद कक्षा में जा कर छात्राओं से बात की. उन्होंने बताया कि दौरे के क्रम में प्राप्त जानकारी की समुचित रिपोर्ट तैयार की जायेगी. उसके आधार पर कोर्स को और बेहतर व विद्यार्थियों के लिए उपयोगी बनाने का प्रयास किया जायेगा. इस दौरान कॉलेज की प्राचार्या डॉ शुक्ल के अलावा टिस के स्थानीय को-ऑर्डिनेटर प्रदीप गुप्ता व अन्य उपस्थित थे.

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